इंदौर : मालदीव में प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट के विकास के लिये भारत एक बार फिर मदद का हाथ बढ़ाने जा रहा है. भारतीय प्रशिक्षकों का दो सदस्यीय दल 19 से 25 नवंबर के बीच मालदीव की उभरती प्रतिभाओं को अंपायरिंग के गुर सिखायेगा.
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने हफ्ते भर के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का जिम्मा राजीव रिसोड़कर और शाहवीर तारापोर सरीखे अंपायरिंग विशेषज्ञों को सौंपा है.
रिसोड़कर ने बृहस्पतिवार को इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि वह और तारापोर मालदीव में ‘लेवल 2 अंपायर पाठ्यक्रम’ के तहत करीब 25 लोगों को प्रशिक्षण देंगे. रिसोड़कर ने बताया कि बीसीसीआई और मालदीव क्रिकेट बोर्ड के तालमेल से आयोजित इस पाठ्यक्रम के तहत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मापदंडों के तहत प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट की अंपायरिंग की बारीकियां सिखायी जायेंगी.
इस दौरान टेस्ट मैच, एक दिवसीय मैच और टी20 मैच को लेकर आईसीसी के नये नियमों की जानकारी भी दी जायेगी. उन्होंने बताया कि अम्पायरिंग पाठ्यक्रम में शामिल होने वाले प्रतिभागियों की परीक्षा भी ली जायेगी.
बीसीसीआई के अंपायरिंग प्रशिक्षकों के पैनल में शामिल रिसोड़कर गुजरे डेढ़ दशक के दौरान भारत भर में 500 से ज्यादा लोगों को इस विधा के गुर सिखा चुके हैं। उन्होंने कहा, मालदीव, दुनिया के उन मुल्कों में शामिल है जहां प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट की नयी संस्कृति विकसित हो रही है. हमें उम्मीद है कि हमारे अम्पायरिंग पाठ्यक्रम से वहां खेल के विकास में मदद मिलेगी.
गौरतलब है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब जून में मालदीव दौरे पर गये थे, तब उन्होंने कहा मालदीव में खेलों को बढ़ावा देने में मदद करने का वादा किया था. उन्होंने तब मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को क्रिकेट विश्व कप में खेल रहे भारतीय खिलाड़ियों के हस्ताक्षर वाला बल्ला भी भेंट किया था.