वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला T-20 मैच आज, लगातार 7वीं जीत दर्ज करने उतरेगा भारत

हैदराबाद : भारतीय टीम का वेस्टइंडीज के खिलाफ शुक्रवार से यहां शुरू होने वाली तीन मैचों की टी-20 सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया में अगले साल होनेवाले टी-20 विश्व कप के लिए खिलाड़ियों को आजमाना जारी रहेगा. भारत पिछले दो वर्षों से वेस्टइंडीज से कोई मैच नहीं हारा है. लगातार छह मैच में जीत दर्ज की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2019 6:42 AM
हैदराबाद : भारतीय टीम का वेस्टइंडीज के खिलाफ शुक्रवार से यहां शुरू होने वाली तीन मैचों की टी-20 सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया में अगले साल होनेवाले टी-20 विश्व कप के लिए खिलाड़ियों को आजमाना जारी रहेगा. भारत पिछले दो वर्षों से वेस्टइंडीज से कोई मैच नहीं हारा है. लगातार छह मैच में जीत दर्ज की है.
अंतिम बार टी-20 में भारत जुलाई, 2017 में हारा था. इस सीरीज में केएल राहुल और रिषभ पंत जैसे खिलाड़ी टीम में अपना स्थान पक्का करने का लक्ष्य बनाये होंगे. टी-20 विश्व कप की तैयारियों में जुटी भारतीय टीम में कई खिलाड़ियों का स्थान अभी पक्का नहीं है और वे वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने प्रदर्शन से टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे. इनमें से एक नाम राहुल का है.
चोटिल सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की अनुपस्थिति में यह सीरीज उन्हें रोहित शर्मा के जोड़ीदार के तौर पर अपना स्थान सुनिश्चित कराने का बहुत अच्छा मौका प्रदान करेगी. उनका टी-20 में अच्छा रिकॉर्ड है. राहुल ने 31 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 42.74 के औसत से 974 रन जुटाये हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 110 रन रहा है. आइपीएल में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है. राहुल के अलावा पंत भी अपने मजबूत प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब देना चाहेंगे.
बल्ले से और विकेटकीपिंग में अपनी अनिरंतर फार्म के कारण वह पिछले कुछ समय से आलोचनाओं में घिरे रहे हैं. उन्हें महेंद्र सिंह धौनी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन इस साल के शुरू में आइसीसी वनडे विश्व कप के समाप्त होने के बाद उनकी फॉर्म में गिरावट आयी. गेंदबाजी की बात की जाये तो कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार टी-20 टीम में वापसी कर रहे हैं.
पहले मैच में ‘फ्रंट फुट नोबॉल’ पर फैसला मैदानी अंपायर नहीं, तीसरा अंपायर करेगा
दुबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने गुरुवार को घोषणा की कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच आगामी टी-20 और वनडे अंतरराष्ट्रीय सीरीज में ‘फ्रंट फुट नोबॉल’ पर फैसला मैदानी अंपायर नहीं, बल्कि तीसरा अंपायर करेगा. इसके दौरान ही ‘फ्रंट फुट नोबॉल’ पर फैसला करने की तकनीक को ट्रायल पर रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि अगर गेंदबाज का पांव रेखा से आगे होता है, तो तीसरा अंपायर इसकी सूचना मैदानी अंपायर को देगा, जो बाद में नोबॉल का इशारा करेगा. नतीजतन मैदानी अंपायर तीसरे अंपायर की सलाह के बिना ‘फ्रंट फुट नोबॉल’ पर फैसला नहीं करेगा. करीबी फैसलों में संदेह का लाभ गेंदबाज को मिलेगा.
आइसीसी ने कहा कि और अगर नोबॉल पर फैसला बाद में बताया जाता है, तो मैदानी अंपायर आउट (अगर लागू होता है) के फैसले को रोक देगा और नोबॉल करार दे देगा. मैच के दौरान के अन्य फैसलों के लिये सामान्य की तरह मैदानी अंपायर जिम्मेदार होगा. ट्रायल के नतीजे का इस्तेमाल यह निर्धारित करने के लिए होगा कि इस प्रणाली का नोबॉल संबंधित फैसलों की सटीकता पर लाभदायक असर होता है या नहीं .
पिछले तीन वर्षों से खराब प्रदर्शन से जूझ रही है वेस्टइंडीज की टीम
टीमें
भारत : कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, संजू सैमसन, रिषभ पंत, मनीष पांडे, श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, दीपक चाहर, भुवनेश्वर, मो शमी.
वेस्टइंडीज : पोलार्ड (कप्तान), एलेन, ब्रैंडन किंग, दिनेश रामदीन, कॉटरेल, एविन लुईस, शेरफाने रदरफोर्ड, हेटमेयर, खारी पियरे, लेंडल सिमंस, जेसन होल्डर, हेडन वॉल्श जूनियर, कीमो पॉल और केसरिक विलियम्स.

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