आईसीसी को सौंपी गयी एंडरसन और जडेजा के बीच विवाद की रिपोर्ट
दुबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने आज कहा कि उसे जेम्स एंडरसन और रवींद्र जडेजा झगड़े पर न्यायिक आयुक्त की विस्तृत रिपोर्ट मिल गयी है और वह भविष्य की कार्रवाई पर विचार कर रहा है. आईसीसी ने एक बयान में कहा, आईसीसी पुष्टि करता है कि उसे शुक्रवार को साउथम्पटन में अनुशासनात्मक सुनवाई के […]
दुबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने आज कहा कि उसे जेम्स एंडरसन और रवींद्र जडेजा झगड़े पर न्यायिक आयुक्त की विस्तृत रिपोर्ट मिल गयी है और वह भविष्य की कार्रवाई पर विचार कर रहा है.
आईसीसी ने एक बयान में कहा, आईसीसी पुष्टि करता है कि उसे शुक्रवार को साउथम्पटन में अनुशासनात्मक सुनवाई के बाद इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन और भारत के रवींद्र जडेजा के आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी नहीं पाये जाने पर न्यायिक आयुक्त माननीय गोर्डन लुईस एम का लिखित फैसला मिला है और हम इस पर विचार कर रहे हैं. आईसीसी की आचार संहिता के नियम 8.3.2 के तहत आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेव रिचर्डसन के पास रविवार 10 अगस्त तक का समय है कि वह इस फैसले के खिलाफ अपील करना चाहते हैं या नहीं.
बयान में कहा गया, फैसला किये जाने तक आईसीसी इस मामले में आगे कोई प्रतिक्रिया नहीं देगा. न्यायिक आयुक्त लुईस का फैसला एंडरसन के लिए काफी राहत लेकर आया था जिन पर लेवल तीन के अपराध का दोषी पाये जाने पर दो टेस्ट मैचों के प्रतिबंध का खतरा मंडरा रहा था. एंडरसन पर ट्रेंटब्रिज में पहले टेस्ट के दूसरे दिन 10 जुलाई को जडेजा को धक्का देने और अपशब्द कहने का आरोप लगाया था। इंग्लैंड ने भी इसके बाद जडेजा के खिलाफ लेवल दो के आरोप लगाए थे.
मैच रैफरी डेविड बून ने हालांकि जडेजा के खिलाफ आरोप को लेवल एक का कर दिया था और उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया था.इस सजा के खिलाफ अपील नहीं की जा सकती थी लेकिन भारतीयों ने फैसले के खिलाफ अपील की और आईसीसी ने इसे स्वीकार कर लिया था.
इस बीच पता चला है कि बीसीसीआई चाहता है कि आईसीसी एंडरसन मामले में आए फैसले की समीक्षा करे और वह खुश नहीं है कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाज को साक्ष्यों के आभाव में क्लीन चिट दे दी गयी.