टेस्ट सीरीज : इंग्लैंड के खिलाफ चौथा मुकाबला आज से, सीधा प्रसारण दोपहर 3:30 बजे से
मैनचेस्टर : इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में हार झेलनेवाली भारतीय टीम ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर गुरुवार से शुरू हो रहे चौथे मुकाबले में पलटवार के इरादे से उतरेगी. हालांकि जेम्स एंडरसन मामले में अनुकूल फैसला नहीं आने से निराश भारत चयन की दुविधा से जूझ रहा है कि खराब फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को बाहर किया जाये या एक आखिरी मौका दिया जाये.
तीसरे टेस्ट में 266 रन से हारने के बाद भारत को दोहरा झटका लगा, जब आइसीसी द्वारा नियुक्त जांच आयुक्त ने एंडरसन को दोषी करार नहीं दिया. इन दोहरे झटकों से उबर कर महेंद्र सिंह धौनी की टीम को अब जीत की राह पर लौटना होगा.
टीम प्रबंधन कुछ बदलाव कर सकता है, जिसके तहत सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और ऑफ स्पिनर आर अश्विन को अंतिम एकादश में जगह दी जा सकती है. चूंकि शिखर धवन फॉर्म में नहीं हैं और रोहित शर्मा गैर जिम्मेदाराना शॉट्स खेल कर विकेट गंवा रहे हैं.
सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबर है, लेकिन मैदान पर खराब प्रदर्शन और मैदान के बाहर एक लड़ाई हारने के कारण टीम की स्थिति खराब है. भारत को 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे से प्रेरणा लेनी होगी, जब आखिरी बार कोई भारतीय क्रिकेटर लेवल तीन के अपराध के मामले में शामिल था.
धौनी पूर्व कप्तान अनिल कुंबले का अनुसरण करना चाहेंगे, जिन्होंने न सिर्फ मैदान से बाहर मजबूती से अपना पक्ष रखा, बल्कि मैदान पर भी टीम को पर्थ टेस्ट में 72 रन से जीत दिलायी. बीसीसीआइ और इसीबी के तमाम प्रयासों के बावजूद धौनी ने जडेजा का समर्थन किया. अब उन्हें मैदान के भीतर भी मोरचे से अगुवाई करनी होगी.
भारतीय टीम को एक बार फिर पांच गेंदबाज खिलाने पर विचार करना होगा. रोहित लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं. उनके शॉट्स के चयन से साबित हो गया है कि सातवां बल्लेबाज वह कतई नहीं कर सकता, जो पहले छह बल्लेबाज नहीं कर पाये. यह कहा जा सकता है कि पांचवां गेंदबाज अगर स्पिनर हो, तो बड़ा फर्क पैदा कर सकता है.
टीम इंडिया ने मैनचेस्टर युनाइटेड का दौरा किया
मैनचेस्टर. इंग्लैंड के खिलाफ चौथे क्रिकेट टेस्ट से पहले भारतीय टीम ने मैनचेस्टर युनाइटेड फुटबॉल क्लब का दौरा किया. भारतीय खिलाड़ियों की बस ओल्ड ट्रैफर्ड स्थित क्लब के मैदान पर रविवार को पहुंची. फुटबॉल के शौकीन और मैनचेस्टर युनाइटेड के प्रशंसक महेंद्र सिंह धौनी की अगुवाई में खिलाड़ियों ने टूर गाइड की बातों को बड़े ध्यान से सुना.
बीसीसीआइ टीवी के अनुसार दौरे की शुरुआत मैनचेस्टर युनाइटेड के ड्रेसिंग रुम से हुई, जहां मौजूदा टीम सदस्यों की जर्सी टंगी हुई थी. इसके बाद थिएटर ऑफ ड्रीम्स परिसर था, जहां खिलाड़ी 67000 दर्शकों के सामने खेलते हैं. भारतीय खिलाड़ियों ने इसके बाद मैनचेस्टर युनाइटेड डगआउट में ग्रुप फोटो खिंचवाये.
उन्हें मैदान पर कदम रखने की विशेष अनुमति दी गयी थी. बाकी खिलाड़ी जहां इन लम्हो को कैमरों में कैद करने में व्यस्त थे, वहीं धौनी और गौतम गंभीर ने अधिकारियों से लंबी बातचीत की. खिलाड़ियों ने मैनचेस्टर युनाइटेड मर्चेडाइस मेगास्टोर से खरीदारी भी की.
इसके बाद खिलाड़ियों ने म्युनिख सुरंग का दौरा किया, जो 1958 की हवाई दुर्घटना में मारे गये क्लब के खिलाडियों की याद में बनी है. फुटबॉल मैदान पर खिलाड़ियों ने कुछ किक भी लगायी. धोनी गोलकीपर बन गये और उनके साथियों ने किक की बौछार कर दी. भारतीय टीम मैनचेस्टर युनाइटेड अकादमी भी गयी.
आक्रामक रवैया अपनाये भारत
हर्षा भोगले
भारतीय टीम को इस टेस्ट में सिर्फ अपने रवैये में बदलाव करने की जरूरत है. टीम इंडिया को अब जीत के लिए खेलने होगा. उनके पास जो भी संसाधन है, उनके जरिये आक्रामण करना होगा. अब इंतजार करने और फिर रक्षात्मक रुख अपनाने का वक्त नहीं है. और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मेहमान टीम को यह सोचना बंद करना होगा कि उनके खिलाफ साजिश रची गयी है और वे एक पक्षपातपूर्ण फैसले के शिकार हुए हैं.
टीम उस गुस्से का इस्तेमाल सकारात्मक दिशा में करे और हर गेंद के लिए जूझने का जज्बा दिखाये, तो इनके पास जीत के बेहतर अवसर होंगे. मौजूदा समय में टीम इंडिया असंतुलित नजर आ रही है. ईशांत शर्मा चोट के चलते बाहर हैं, मोहम्मद शमी या तो थके हुए हैं या लय से दूर हैं.
शिखर धवन का बल्ला बाहरी किनारों से बच नहीं रह पा रहा है और रोहित शर्मा को मानो यह ही नहीं मालूम कि वह टीम के अंदर हैं या बाहर. मुझे लगता है कि गौतम गंभीर इस मैच में खेलेंगे. अश्विन का टीम में होना बहुत जरूरी है. वरुण एरॉन पर भी दावं लगाया जा सकता है.
(टीसीएम)
रोहित शर्मा के लिए यह मुश्किल वक्त हो सकता है क्योंकि अनिश्चितताओं के घेरे में खेलना कभी आसान नहीं होता. मगर वह इस समय छठे बल्लेबाज हैं और अगर टीम को पांच बल्लेबाजों के साथ उतरना है तो बाहर उन्हें ही बैठना होगा. शुरु आती दो टेस्ट में पांच बल्लेबाजों के साथ उतरने पर भारत बेहतर टीम दिख रही थी. आखिरी दो टेस्ट में टीम पुरानी रणनीति पर नहीं लौटती है तो मुझे बेहद आश्चर्य होगा.
यह देखते हुए कि टीम संतुलित है, मुख्य खिलाडी लय में लौट आए हैं और हालात भी पक्ष में हैं, इंग्लैंड की टीम इस टेस्ट में दावेदार के तौर पर उतरेगी, लेकिन यह सिर्फ एक लाभ की स्थिति है मैच जीतने की गारंटी नहीं.
टीसीएम