पुणे : श्रीलंकाई कप्तान लसिथ मलिंगा ने भारत के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में मिली हार के लिये खुद को जिम्मेदार ठहराया लेकिन स्वीकार किया कि कम अनुभवी टीम की अगुआई करने से उनका प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है. इस अनुभवी तेज गेंदबाज ने कहा कि शुरूआती विकेट नहीं ले पाना और साझेदारियां नहीं बनाना उनकी टीम के कमजोर प्रदर्शन का कारण है.
श्रीलंकाई टीम पुणे में तीसरे टी-20 में 78 रन से हार गयी और तीन मैचों की शृंखला 0-2 से गंवा बैठी. गुवाहाटी में शुरूआती मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया. छत्तीस साल के मलिंगा ने पुणे और इंदौर में एक भी विकेट हासिल नहीं किया.
मलिंगा ने कहा, ‘‘हम 0-2 से हार गये. मुझे अच्छा प्रदर्शन करना होगा क्योंकि मुझे टी-20 क्रिकेट खेलने का अनुभव है लेकिन मुझे इस टूर्नामेंट में एक भी विकेट नहीं मिला इसलिये हम इस स्थिति में पहुंचे. मलिंगा 82 टी20 मैच खेल चुके हैं. उन्होंने कहा कि मैं टीम में टी20 का सबसे अनुभवी खिलाड़ी हूं. हां, मुझ पर विकेट लेने का दबाव था क्योंकि मैं विकेट झटकने वाला गेंदबाज हूं लेकिन मुझे लगता है कि अगर हम मैच जीतना चाहते हैं तो हमें पहले छह ओवरों में शुरूआती एक दो विकेट निकालने होंगे, जो हमें इस टूर्नामेंट में नहीं मिले.
उन्होंने कहा कि टी-20 क्रिकेट में साझेदारियां अहम होती हैं और उनकी टीम ऐसा नहीं कर सकी. मलिंगा ने कहा कि शीर्ष क्रम महत्वपूर्ण होता है और भारतीय शीर्ष क्रम ने अच्छी भागीदारियां निभायीं. टी-20 मैच में भागीदारी अहम होती है. क्योंकि खिलाड़ी सोचते हैं कि यह 20 ओवर का खेल है तो हमें प्रत्येक गेंद को हिट करना होगा. मलिंगा ने कहा कि उनके खिलाड़ियों को पारी आगे बढ़ाने की कला सीखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वे बल्लेबाजी कर सकते हैं और शाट भी लगा सकते हैं. लेकिन उन्हें पारी को आगे बढ़ाना सीखना होगा. हम इसी में पिछड़ रहे हैं. पिछले डेढ़ दो वर्षों में हम ऐसा नहीं कर पा रहे हैं.