नयी दिल्ली : बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय अनुबंध सूची से महेंद्र सिंह धौनी को बाहर करना तय था और उन्हें राष्ट्रीय चयन समिति ने सूची को अंतिम रूप देने से पहले इसकी जानकारी दे दी थी.
पूर्व कप्तान अगर इस साल टी- 20 टीम में शामिल होते हैं तो उन्हें सूची में फिर जगह मिल सकती है हालांकि इसकी संभावना कम है. दो बार के विश्व कप विजेता 38 वर्षीय पूर्व कप्तान का सूची से बाहर होना चौकाने वाला नहीं है, क्योंकि उन्हें करीब छह महीने से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है.
अधिकारी ने कहा, मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि बीसीसीआई के शीर्ष पदाधिकारियों में से एक ने धौनी से बात करके उन्हें केंद्रीय अनुबंधों के बारे में बताया था. उन्हें साफ तौर पर बताया गया कि चूंकि उन्होंने सितंबर 2019 से अब तक कोई मैच नहीं खेला है तो उन्हें सूची में नहीं रखा जा सकता.
यह प़ूछने पर कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह और सीईओ राहुल जोहरी में से किसने धौनी से बात की, अधिकारी ने बताने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, किसने बात की, इसमें पड़ने की जरूरत नहीं है. बात यह है कि उनके कद के खिलाड़ी को बताया जाना जरूरी है कि फिलहाल वह केंद्रीय अनुबंध से बाहर हैं और यह उचित तरीके से किया गया.
अधिकारी ने कहा कि धौनी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप की टीम में जगह बनाते हैं तो उन्हें ‘प्रो राटा’ आधार पर अनुबंध दिया जा सकता है. मौजूदा नियम के तहत उसी खिलाड़ी को केंद्रीय अनुबंध दिया जा सकता है जिसने कम से कम तीन टेस्ट या आठ वनडे खेले हों. वह इतने टी20 मैच खेलते हैं तो भी सूची में शामिल हो सकते हैं.
यह पूछने पर कि क्या इसके बाद अब धौनी वनडे क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं , उन्होंने कहा, इस बारे में तो महेंद्र सिंह धौनी खुद ही बता सकते हैं.