माउंट मोनगानुई : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रविवार को कहा कि वह चाहते हैं कि आने वाले वर्षों में विश्व क्रिकेट में टीम के दबदबे के लिए प्रत्येक खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करे.
भारत ने न्यूजीलैंड को पांचवें और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय में सात रन से हराकर शृंखला में 5-0 से सूपड़ा साफ किया. कोहली ने कहा, हम सभी को अपा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की आवश्यकता है. यह खिलाड़ियों के नजरिये को सामने लाने के बारे में है, जिस तरह से आप सोचते हैं, उस तरीके से तैयारी करें.
खिलाड़ी इसे महसूस कर रहे हैं और उन्हें पता है कि टीम को हर बार उनसे 120 प्रतिशत की जरूरत होती है. भारतीय कप्तान ने कहा, आप इसी तरह से जीत का तरीका ढूंढ सकते हैं. हमारे मामले में पिछले दो-तीन वर्षों में बड़ा बदलाव आया है. हमने नतीजे देखे हैं.
जाहिर है हम हर मैच नहीं जीत सकते लेकिन इस तरह के करीबी मुकाबलों में मिली जीत एकतरफा जीत से ज्यादा खुशी देती है. कोहली को इस मैच से विश्राम दिया गया था. कप्तानी की कमान रोहित शर्मा ने संभाली, लेकिन बल्लेबाजी के समय वह चोटिल हो गये और क्षेत्ररक्षण के लिए मैदान में नहीं उतर सके. उनकी गैरमौजूदगी में लोकेश राहुल की अगुवाई में टीम ने रोमांचक जीत दर्ज की.
कोहली ने पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान टीम की तारीफ करते हुए कहा, हमने जिस तरह से खेला उस पर वास्तव में सभी को गर्व है. यह जीतने के तरीके खोजने के बारे में है. रोहित की दुर्भाग्यपूर्ण चोट के बाद आज ये सभी युवा मैदान पर थे और उन्होंने साथ मिलकर दबाव की स्थिति को अच्छे से संभाला.
कोहली ने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन का समर्थन करते हुए कहा टीम की 0-5 की हार के बाद भी वह ‘ब्लैक कैप’ टीम का नेतृत्व करने के लिए सही व्यक्ति हैं. उन्होंने कहा, केन और मेरे सोचने का तरीके एक जैसा है. यह शानदार है कि दुनिया के अलग-अलग हिस्से से होने के बाद भी हमारी सोच एक जैसी है और हम एक जैसी बातें करते हैं.
उन्होंने कहा, इस नतीजे (0-5 से हार) के बाद भी मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट की कमान सही हाथों में है और वह टीम का नेतृत्व करने के लिए बिलकुल उपयुक्त है. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. वे ऐसी टीम है जिन्हें खेलते देखना और उनके खिलाफ खेलना हर किसी को पसंद है.
यह पहली बार है जब न्यूजीलैंड ने स्वदेश में द्विपक्षीय टी20 अंतरराष्ट्रीय शृंखला में तीन या अधिक मैच गंवाए. इससे पहले फरवरी 2008 में मेजबान टीम इंग्लैंड से 0-2 से हार गई थी. न्यूजीलैंड के कार्यवाहक कप्तान टिम साउदी ने कहा कि दोनों टीमों में ज्यादा फर्क नहीं था.
उन्होंने कहा, यह एक और करीबी मुकाबला था, दुर्भाग्य से हम एक बार फिर हारने वाली टीम रहे. अगर आप उन्हें (भारतीय टीम) थोड़ा भी मौका देंगे तो वे दोनों हाथों से लपक लेंगे. मुझे नहीं लगता कि दोनों टीमों में ज्यादा फर्क था, नतीजे से ऐसा नहीं लगता लेकिन हमें बेहतर करने के लिए छोटी चीजों को सुधारना होगा.
दोनों टीमें अब पांच फरवरी से शुरू हो रही तीन मैचों की एकदिवसीय शृंखला में भिड़ेगी और साउदी ने उम्मीद जतायी की नये खिलाड़ियों के साथ न्यूजीलैंड का प्रदर्शन बेहतर होगा. उन्होंने कहा, एकदिवसीय अलग तरह का प्रारूप है, टीम में नये खिलाड़ी आयेंगे और यह ऐसा प्रारूप है जहां हमने बेहतर प्रदर्शन किया है.
मैन आफ द मैच चुने गये भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा कि उन्हें हमेशा विश्वास रहता है कि एक-दो अच्छे ओवर से मैच का रूख बदल जाएगा. अपने चार ओवर में सिर्फ 12 रन देकर तीन विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने कहा, बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। मैच एक समय काफी करीबी हो गया था, लेकिन हमें भरोसा था कि एक-दो अच्छे ओवर डाल कर हम इसका रूख मोड़ सकते हैं.
उन्होंने कहा, यहां हवा चल रही थी और मेरी कोशिश हवा का इस्तेमाल करने की थी. जो सीखने को मिला उससे काफी खुशी हुई. न्यूजीलैंड के पहले दौरे पर शानदार नतीजा मिला.