युवराज सिंह ने भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय क्रिकेट की वकालत की
नयी दिल्ली : पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की टीमें एक दूसरे के खिलाफ द्विपक्षीय क्रिकेट शृंखला में जितना अधिक खेलेंगी इस खेल का उतना अधिक भला होगा. युवराज और पाकिस्तान के पूर्व हरफनमौला शाहिद अफरीदी का मानना है कि दोनों देश अगर आपस में खेलते हैं तो यह […]
नयी दिल्ली : पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की टीमें एक दूसरे के खिलाफ द्विपक्षीय क्रिकेट शृंखला में जितना अधिक खेलेंगी इस खेल का उतना अधिक भला होगा.
युवराज और पाकिस्तान के पूर्व हरफनमौला शाहिद अफरीदी का मानना है कि दोनों देश अगर आपस में खेलते हैं तो यह क्रिकेट के लिए अच्छा होगा. युवराज ने कहा, मुझे पाकिस्तान के खिलाफ 2004, 2006 और 2008 में द्विपक्षीय शृंखला खेलने के बारे में याद है.
इन दिनों दोनों देशों के बीच ज्यादा क्रिकेट नहीं होता, लेकिन ये चीजें हमारे हाथ में नहीं है. उन्होंने कहा, हम खेल से लगाव के कारण क्रिकेट खेलते हैं. हम खुद यह तय नहीं कर सकते कि किस देश के खिलाफ खेलना है. मैं हालांकि यह कह सकता हूं कि भारत और पाकिस्तान एक दूसरे से अधिक खेलेंगे तो यह क्रिकेट के लिए अच्छा होगा.
युवराज और अफरीदी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, लेकिन दोनों फ्रेंचाइजी आधारित टी20 लीग में खेलते हैं. अफरीदी ने कहा, मुझे लगता है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच शृंखला हुई तो यह एशेज से बड़ी शृंखला होगी.
हमें हालांकि ऐसा मौका नहीं मिलता है. हम लोगों के खेल के प्रति प्यार के बीच में राजनीति को लेते आते हैं. दोनों देश आईसीसी के टूर्नामेंटों में एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं, लेकिन 2013 के बाद से कोई द्विपक्षीय शृंखला नहीं हुई है. दोनों देशों के बीच आखिरी टेस्ट शृंखला 2008 में खेली गयी थी.