हैमिल्टन : भारत के प्रतिभावान बल्लेबाज शुभमन गिल ने गुरुवार को जोर देते हुए कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के स्थान के लिए उनकी साथी युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं है, लेकिन अगर उन्हें मौका मिला तो वह इसे बर्बाद नहीं होने देंगे.
यहां न्यूजीलैंड ए के खिलाफ दोहरा शतक और शतक जड़ने वाले गिल ने अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा है. हालांकि 21 फरवरी से वेलिंगटन में शुरू हो रही दो मैचों की टेस्ट शृंखला के लिए पृथ्वी का दावा भी मजबूत है. भारत के पूर्व अंडर-19 कप्तान के साथ प्रतिस्पर्धा के बारे में पूछे जाने पर गिल ने कहा, बेशक, हमारे करियर एक ही समय पर शुरू हुए लेकिन कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है.
गिल और साव दोनों 20 बरस के हैं और आयु वर्ग के क्रिकेट में ढेरों रन बनाने के बाद उन्हें भविष्य का स्टार माना जा रहा है. न्यूजीलैंड एकादश के खिलाफ शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे अभ्यास मैच से पूर्व 20 साल के गिल ने कहा, हम दोनों ने अपने स्थान पर अच्छा प्रदर्शन किया है. यह टीम प्रबंधन पर निर्भर करता है कि वे किसे खिलाते हैं.
ऐसा नहीं है कि हमारे बीच कोई संघर्ष है. जिसे भी मौका मिलता है वह उसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेगा और उसे बर्बाद नहीं होने देगा. गिल पिछले छह हफ्ते से भारत ए टीम के साथ न्यूजीलैंड दौरे पर हैं और उनका मानना है कि अगर शार्ट पिच गेंदबाजी से भारतीय टीम ने पार पा लिया जो इससे काफी मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि उनके गेंदबाज शार्ट गेंद के साथ काफी विकेट लेते हैं विशेषकर नील वैगनर. अगर आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी पिछली शृंखला देखा, जब विकेट से कोई मदद नहीं मिल रही थी, वे शार्ट गेंदबाजी पर काफी निर्भर थे.
गिल ने कहा, एक बल्लेबाज के रूप में अगर हम इसे तस्वीर से हटा देते हैं और उन्हें शार्ट गेंद पर विकेट नहीं देते हैं तो यह हमारे लिए काफी मददगार होगा. गिल ने साथ ही कहा कि 21 फरवरी से वेलिंगटन में होने वाले पहले टेस्ट में हवा की भूमिका अहम होगी.
उन्होंने कहा, हवा काफी महत्वपूर्ण चीज होगी, विशेषकर जब आप बल्लेबाजी कर रहे हो तब. गेंदबाज हवा को लेकर काफी योजना बनाएंगे. गेंद को लगातार हुक और पुल करना आसान नहीं था (ए शृंखला के दौरान हवा के बीच). न्यूजीलैंड में अच्छा प्रदर्शन कर चुके गिल को इंग्लैंड में लाल ड्यूक गेंद का सामना करना अधिक चुनौतीपूर्ण लगता है क्योंकि अधिक स्विंग मिल रही होती है.
उन्होंने कहा, इंग्लैंड में गेंद अधिक स्विंग होती है और न्यूजीलैंड की तुलना में विकेट से भी अधिक मूवमेंट मिलती है. न्यूजीलैंड में गेंद भी थोड़ी अलग होती है, लेकिन मुझे लगता है कि जहां तक तेज गेंदबाजों का सामना करने का सवाल है तो इंग्लैंड में खेलना अधिक चुनौतीपूर्ण है.
भारत अपना दूसरा टेस्ट क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल में खेलेगा जहां ए टीमों के मैच में गिल ने 83 और नाबाद 204 रन की पारी खेली थी. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यहां विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छे हैं विशेषकर जब आप क्राइस्टचर्च में खेलते हैं. हम सिर्फ एक चुनौती का सामना कर रहे थे और वह है उछाल जो अच्छा और लगातार मिलता है.