वेलिंगटनः न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने गुरूवार को कहा कि उनकी टीम शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे पहले टेस्ट में भारतीय तेज गेंदबाजों ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह का स्वागत ‘जांचे और परखे ‘ संयम के साथ करेगी. विलियमसन ने कहा कि आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों का उनकी सरजमीं पर सामना करने से यह बिल्कुल अलग होगा.
आस्ट्रेलिया ने पिछली टेस्ट श्रृंखला में न्यूजीलैंड को 3-0 से हराया. उसमें पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क ने कीवी बल्लेबाजों को खेलने ही नहीं दिया. विलियमसन ने कहा, यहां हालात बिल्कुल अलग है. भारत के पास विश्व स्तरीय तेज आक्रमण है जिसने हर हालात में अच्छा प्रदर्शन किया है.उन्होंने कहा, आस्ट्रेलिया में मिली हार के बाद हम निश्चित तौर पर जीत की राह पर लौटना चाहते हैं. हमने उस श्रृंखला से सबक लिया है लेकिन हम यहां भी अपनी शैली में ही खेलेंगे.
बेसिन रिजर्व की पिच के बारे में उन्होंने कहा, यहां शुरूआत में गेंदबाजों को मदद मिलेगी लेकिन बाद में बल्लेबाजों के लिये भी यह आसान हो जायेगी. इसमें संतुलन है और सभी को मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि विराट कोहली का विकेट अहम है लेकिन उनकी टीम सिर्फ उन्हीं पर फोकस नहीं कर रही है. उन्होंने कहा, इसमें कोई शक नहीं कि विराट सर्वश्रेष्ठ है लेकिन भारत की टीम बहंत अच्छी है और यूं ही विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में आगे नहीं है. हम एक खिलाड़ी पर ही फोकस नहीं कर सकते.
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप अंक प्रणाली अनुचित
केन विलियमसन को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की अंक प्रणाली रास नहीं आ रही जिसमें श्रृंखला कितने भी मैचों की हो, टीम को अधिकतम 120 अंक ही मिलेंगे. इसके अनुसार आगामी दो मैचों की श्रृंखला में हर मैच में जीतने पर 60 अंक दिये जायेंगे. वहीं एशेज में एक टेस्ट जीतने पर 24 ही अंक मिलेंगे क्योंकि उसमें पांच मैच होते हैं.
विलियमसन ने कहा, यह दिलचस्प है. मुझे नहीं लगता कि यह उचित है. लेकिन टेस्ट में प्रतिस्पर्धा शुरू करने के प्रयास किये जा रहे हैं जो पहले नहीं थी. विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप सही दिशा में उठाया गया कदम है.उन्होंने कहा, यह परफेक्ट नहीं है लेकिन पहले साल या दो साल बाद इसे बेहतर बनाने के प्रयास किये जायेंगे.
उन्होंने कहा ,मुझे यकीन है कि आने वाले समय में इसका बेहतर रूप देखने को मिलेगा. न्यूजीलैंड के सीनियर बल्लेबाज रोस टेलर ने उनके सुर में सुर मिलाते हुए कहा,अंक व्यवस्था के साथ शुरूआती दौर की कुछ दिक्कतें हैं लेकिन इसने टेस्ट में प्रतिस्पर्धा तो शुरू की है. यह आदर्श नहीं है लेकिन पहले की स्थिति से कही बेहतर है.