भारतीय टीम ने खेल के बजाय एंडरसन-जडेजा घटना पर ध्यान दिया इस लिए मिली हार:वान
लंदन: इंग्लैंड के खिलाफ हार के बाद अब देश-विदेश में भारत की आलोचना शुरू हो गयी है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान ने भारत की हार के लिए जडेजा और एंडरसन विवाद को ठहराया है. वान ने कहा कि भारत ने खेल के बजाय जेम्स एंडरसन की घटना पर ज्यादा ध्यान दिया और इसी […]
लंदन: इंग्लैंड के खिलाफ हार के बाद अब देश-विदेश में भारत की आलोचना शुरू हो गयी है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान ने भारत की हार के लिए जडेजा और एंडरसन विवाद को ठहराया है. वान ने कहा कि भारत ने खेल के बजाय जेम्स एंडरसन की घटना पर ज्यादा ध्यान दिया और इसी का खामियाजा भुगतना पड़ा.
वान ने इंग्लैंड टीम की प्रशंसा की है,वहीं भारतीय टीम की घोर निंदा की. वान ने कहा कि भारत का प्रदर्शन पूरी तरह से शर्मनाक था. उन्होंने कहा कि दबाव में भारतीय टीम की मानसिक कमजोरी साफ झलक रही थी. भारतीय टीम ने मैच में बने रहने के लिए कोई जज्बा नहीं दिखाया.वान के अलावे ब्रिटिश मीडिया ने भी भारतीय टीम की जमकर खिचाई की है. मीडिया ने भारतीय टीम के चौथे टेस्ट में घुटने टेकने को कमजोर करार दिया.
वान ने डेली टेलीग्राफ में अपने कॉलम में लिखा, वे आर्थोडोक्स ऑफ स्पिन का सामना करते हुए बडे हुए हैं लेकिन वे इस तरह खेल रहे थे जैसे मोइन अली उन्हें हथगोले फेंक रहा था और उन्होंने घुटने टेक दिये. उन्होंने दबाव में हथियार डाल दिये. पिछले दो हफ्तों से मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे भारत पिच के बाहर कई लडाईयां लड़ रहा है और पिच पर लड़ना भूल गया है.
वान ने कहा, वे जेम्स एंडरसन के मामले में उलझ गये और वे उसे प्रतिबंधित कराने में इतने व्यस्त हो गये कि उन्होंने क्रिकेट से अपना ध्यान हटा लिया. इंग्लैंड ने कोई जादुई गेंद नहीं फेंकी लेकिन भारत की बल्लेबाजी काफी लचर थी. भारत इस तरह के हालात में मानसिक मजबूती या जज्बे से जूझता दिखायी दिया. आईसीसी ने धक्का देने वाली घटना में एंडरसन को दोषी पता करने के लिये न्यायिक आयुक्त नियुक्त किया.
* कोहली क्रीज पर कमजोर
वान ने न केवल भारत की आलोचना की है बल्कि उन्होंने भारत के बल्लेबाज विराट कोहली की भी जोरदार निंदा की. वान ने कहा कि विराट कोहली की असफलता से भारत को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ. उन्होंने कहा, भारत अब कई समस्याओं से जूझ रहा है. विराट कोहली को देखो. उसकी तकनीक कहीं नहीं दिखी. जेम्स एंडरसन ने उसे 30 गेंद फेंकी और उसने सात रन बनाये और चार बार अपना विकेट गंवा दिया. यह शानदार है. उसे अगले सचिन तेंदुलकर के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन यह आसान नहीं है. दुनिया का मशहूर खिलाड़ी बनने के लये उसे विदेशों में ज्यादा रन जुटाने होंगे. लेकिन मैं यह देखकर हैरान रह गया कि वह क्रीज पर जाते हुए कितना कमजोर दिख रहा था. पूर्व टेस्ट कप्तान इयान बाथम ने कहा कि मेजबान टीम पूरे मैच के दौरान दबदबे वाली टीम रही और उम्मीद है कि वह यह श्रृंखला जीतेगी.
बाथम ने मिरर में अपने कालम में लिखा, किसी भी समय भारत इस मैच में इंग्लैंड पर बढ़त बनाते हुए नहीं दिखायी दिया. हर दिन, प्रत्येक सत्र में और प्रत्येक विभाग में इंग्लैंड की टीम भारत की तुलना में बहुत मजबूत थी. मुझे उम्मीद है कि इंग्लैंड श्रृंखला के बचे हुए मैच में भी जीत दर्ज करेगा. बाथम ने इंग्लैंड की टीम में हुए बदलाव की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, ह्यह्यलार्ड्स में इंग्लैंड टीम के लचर प्रदर्शन में से एक के बाद हाल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तक का बदलाव देखना शानदार रहा। एजेस बाउल में जीत शानदार थी. डेली मेली ने भारत के लचर प्रदर्शन की आलोचना की.
अखबार ने लिखा, भारतीय टीम ने कितना लचर और निराशाजनक प्रदर्शन किया, जिसने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की अगुवाई में लार्ड्स में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. अब टीम इसमें बिलकुल भी रुचि नहीं दिखा रही थी. गार्डियन ने भारत के इस तरह घुटने टेकने पर हैरानी व्यक्त की.