धौनी सेना ने फिर घुटने टेके,इंग्लैंड ने भारत को पारी व 244 रन से रौंदा
लंदन : भारतीय टीम के हाल में लचर प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहा और उसे आज यहां पांचवें और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में इंग्लैंड के हाथों तीसरे दिन ही पारी और 244 रन की करारी शिकस्त का मुंह देखना पडा जिससे मेजबान टीम ने श्रृंखला 3-1 से अपने नाम कर ली. भारतीय बल्लेबाजों के बिना […]
लंदन : भारतीय टीम के हाल में लचर प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहा और उसे आज यहां पांचवें और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में इंग्लैंड के हाथों तीसरे दिन ही पारी और 244 रन की करारी शिकस्त का मुंह देखना पडा जिससे मेजबान टीम ने श्रृंखला 3-1 से अपने नाम कर ली.
भारतीय बल्लेबाजों के बिना किसी मशक्कत के घुटने टेकने का नजारा आज फिर दिखा, जो दूसरी पारी में महज 29.2 ओवर में केवल 94 रन ही बना सके और उन्हें 40 साल में सबसे शर्मनाक टेस्ट हार मिली.
इंग्लैंड ने जो रुट के नाबाद 149 रन की मदद से पहली पारी में 486 रन बनाये जिससे मेजबान टीम ने 338 रन की विशाल बढत हासिल कर ली थी. श्रृंखला में मिली जीत से कप्तान एलिस्टर कुक और उनके खिलाडी तीन साल में लगातार दूसरी बार पटौदी ट्राफी बरकरार रखेंगे.
आंकडों के हिसाब से यह हालांकि पिछली बार 2011 में ‘वाइटवाश’ की तरह नहीं था, जिसमें भारतीय टीम 0-4 से हार गयी थी. लेकिन इंग्लैंड के लिये साउथम्पटन में पासा पलटा, इसके बाद से महेंद्र सिंह धोनी के खिलाडियों के लिये यह शर्मनाक सफर ही रहा है जो आत्मविश्वास से लबरेज इंग्लैंड के दबाव के आगे चुनौती पेश नहीं कर सके और धराशायी हो गये.
गौतम गंभीर (03), चेतेश्वर पुजारा (11), विराट कोहली (20) जैसे खिलाडियों की विपरीत परिस्थितियों में जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्राड जैसे गेंदबाजों के सामने खराब तकनीक का साफ खुलासा हो गया. जबकि कोहली को पता ही नहीं चल रहा था कि इस तरह की गेंदों को कैसे खेला जाये.
यह विडम्बना ही है कि भारतीय टीम दो टेस्ट मैच ‘‘पांच दिन के खेलने के कुल समय’’ (ढाई-ढाई दिन) में ही गंवा बैठी जो एक टेस्ट मैच का समय है. इंग्लैंड की इस शानदार जीत को रोकना असंभव था. भारत के लिये सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (02) एंडरसन की इनकटर पर पगबाधा आउट हुए. गौतम गंभीर क्रिस वोक्स के सीधे थ्रो से रन आउट हुए. जिससे भारत ने लंच तक नौ रन पर दो विकेट गंवा दिये थे और हार की दास्तां तभी लिख दी गयी गयी थी.
क्रिस जोर्डन (18 रन देकर चार विकेट) और जेम्स एंडरसन (16 रन देकर दो विकेट) ने भारतीय बल्लेबाजों को फिर परेशान किया जो उनकी स्विंग गेंदबाजी से नहीं उबर सके.
स्टुअर्ट ब्राड (22 रन देकर एक विकेट) और वोक्स (24 रन देकर एक विकेट) को एक एक विकेट मिला.भारत के लिये केवल तीन बल्लेबाज ही दोहरे अंक तक पहुंच सके. पुजारा और कोहली ने लंच के बाद थोडी फार्म हासिल करने की शुरुआत की, थोडे समय के लिये वे बेहतर दिख रहे थे. लेकिन यह ज्यादा देर तक नहीं चल सका और पुजारा एंडरसन की गेंद पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे. इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये भारतीय पारी की सबसे बडी 21 रन की भागीदारी निभायी.
पुजारा के आउट होते ही लगातार विकेट गिरने का दौर शुरु हुआ. अंजिक्य रहाणो (04) क्रीज पर उतरे, उन्होंने जमने के लिये कुछ गेंद ली लेकिन पांच ओवर बाद वह इसी तरीके से आउट हो गये. तीसरी स्लिप में खडे गैरी बैलेंस ने एक हाथ से उनका शानदार कैच लपका.
पांच गेंद बाद कप्तान धोनी (शून्य) भी फारवर्ड शार्ट लेग पर कैच देकर पवेलियन पहुंच गये और भारतीय टीम इस समय 46 रन पर पांच विकेट गंवाकर जूझ रही थी.