विदेश में पूरी तरह फ्लॉप हुए फ्लेचर,हटाने की मांग उठी
डंकनफ्लेचर में मार्गदर्शन में भारत अपने देश के बाहर 13 टेस्ट गंवा चुका है जिसमें से उसे इंगलैंड में सात, ऑस्ट्रेलिया में चार जबकि न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में एक-एक मैचों में शिकस्त झेलनी पड़ी. 2011 में जब भारतीय टीम ने इंगलैंड और ऑस्ट्रेलिया में एक के बाद एक कुल आठ टेस्ट मैचों में हारी, […]
डंकनफ्लेचर में मार्गदर्शन में भारत अपने देश के बाहर 13 टेस्ट गंवा चुका है जिसमें से उसे इंगलैंड में सात, ऑस्ट्रेलिया में चार जबकि न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में एक-एक मैचों में शिकस्त झेलनी पड़ी. 2011 में जब भारतीय टीम ने इंगलैंड और ऑस्ट्रेलिया में एक के बाद एक कुल आठ टेस्ट मैचों में हारी, तब भी फ्लेचर को हटाने की मांग हुई थी लेकिन उस वक्त बीसीसीआइ ने उन्हें पर्याप्त समय न मिलने की बात कही थी. अब देखना रोचक होगा कि सीमित अधिकारों के बीच फ्लेचर कैसा काम करते हैं.
* इशारों को समझेंगे तो पद छोड़ देंगे
रवि शास्त्री को भारतीय क्रिकेट टीम का निदेशक नियुक्त किये जाने के बाद ऐसा लगता है कि मौजूदा मुख्य कोच डंकन फ्लेचर के टीम के साथ दिन गिने चुने बचे हैं और वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज में उनकी मौजूदगी पर सवालिया निशान लग गया है.
बीसीसीआइ के वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, डंकन के पास कोई अधिकार नहीं बचे हैं. रवि फैसले करेंगे और डंकन को भी यह बात अच्छी तरह पता है. इस समय सहायक स्टाफ में उनकी कोई पसंद नहीं है और डंकन को पीछे हटना होगा. अगर डंकन वेस्टइंडीज के खिलाफ अगली घरेलू सीरीज से पूर्व जाना चाहेंगे तो बोर्ड उन्हें नहीं रोकेगा.