रैना ने कहा,कल की पारी मेरे लिए थी खास
कार्डिफ : सुरेश रैना की मैच विजयी शतकीय पारी से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 133 रन की शानदार जीत दर्ज की और इस क्रिकेटर ने कहा कि यह विशेष पारी थी क्योंकि इससे मेहमान टीम को हार की लय तोडने में मदद मिली. लार्डस टेस्ट में जीत के […]
कार्डिफ : सुरेश रैना की मैच विजयी शतकीय पारी से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 133 रन की शानदार जीत दर्ज की और इस क्रिकेटर ने कहा कि यह विशेष पारी थी क्योंकि इससे मेहमान टीम को हार की लय तोडने में मदद मिली.
लार्डस टेस्ट में जीत के बाद भारत को अगले तीन मैचों में करारी शिकस्त से पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला 1 . 3 से गंवानी पडी थी. लेकिन रैना की 75 गेंद में 100 रन की पारी से मेहमान टीम ने कल यहां दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में विजयी लय में वापसी की. रैना ने बीसीसीआई डाट टीवी से कहा, ‘‘तीन साल में पहला वनडे शतक जडना सचमुच अच्छा महसूस हो रहा था. मैं टीम में तरोताजा उर्जा वापस लाना चाहता था और मैं खुश हूं कि मैं अपने ओवरआल प्रदर्शन से ऐसा कर सका.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालात और परिस्थितियों को देखते हुए यह विशेष पारियों में से एक है. हमने लंबे समय से मैच नहीं जीता था और इस शतक से टीम को यह मिथक तोडने में मदद मिली जो संतोषजनक थी.’’ वर्ष 2010 के बाद यह रैना की पहला वनडे शतक था और उपमहाद्वीप के बाहर पहला था.
इस बायें हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि उन्होंने वनडे श्रृंखला से पहले अपने खेल पर कडी मेहनत की है. रैना ने कहा, ‘‘मैंने मुंबई में अपने गेम में सचिन पाजी और प्रवीण आमरे सर के साथ जितनी कडी मेहनत की थी, उससे मुङो टीम से जुडने का पूरा भरोसा था और मैं टीम में कुछ खुशियां लाने के लिये आश्वस्त था, भले ही यह शतक जडकर लाउं या फिर शानदार कैच लपककर.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने साथी खिलाडियों के चेहरों पर मुस्कान लानी थी. मैं खुश हूं कि मैं यह कर सका. टीम का माहौल इस समय काफी अच्छा है और मुझे उम्मीद है कि हम बचे हुए मैचों में यही प्रदर्शन जारी रखेंगे.’’ भारतीय टीम के टेस्ट श्रृंखला गंवाने के बावजूद रैना ने कहा कि उनकी टीम काफी अच्छी है और उन्होंने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की इस मुश्किल दौर के दौरान प्रेरणा देने के लिये तारीफ की.
रैना ने कहा, ‘‘हमने टेस्ट श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम बुरी टीम हैं. हम वनडे में दूसरी रैंकिंग पर काबिज हैं और मौजूदा विश्व कप और चैम्पियंस ट्राफी विजेता हैं. महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट मैचों के बाद टीम की अगुवाई करने में बहुत अच्छा काम किया और युवा खिलाडियों का आत्मविश्वास बनाये रखा. हमने फैसला कर लिया था कि हम एक दूसरे की सफलता साझा करेंगे. यह हमारे क्षेत्ररक्षण प्रदर्शन में दिखायी दिया.’’