आज से भारत-वेस्टइंडीज के बीच मुकाबला, गेल और नारायण के बिना कमजोर हुआ कैरेबियाई आक्रमण
कोच्चि : भारत और वेस्टइंडीज के बीच आज से वन डे मैचों की श्रृखंला शुरू हो रही है. यह श्रृखंला भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है और वह एकदिवसीय मैचों में अपनी बादशाहत कायम रखने के लिए कल मैदान में उतरेगा. भारत ने वेस्टइंडीज को 2006 – 07 के बाद से पिछली पांच श्रृंखलाओं में […]
कोच्चि : भारत और वेस्टइंडीज के बीच आज से वन डे मैचों की श्रृखंला शुरू हो रही है. यह श्रृखंला भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है और वह एकदिवसीय मैचों में अपनी बादशाहत कायम रखने के लिए कल मैदान में उतरेगा.
भारत ने वेस्टइंडीज को 2006 – 07 के बाद से पिछली पांच श्रृंखलाओं में हराया है जिसमें तीन कैरेबियाई सरजमीं पर खेली गई श्रृंखलाएं शामिल है. भारत इस श्रृंखला में भी अपना विजयी रिकार्ड बरकरार रखने उतरेंगे.
भारतीय टीम के लिए वेस्टइंडीज कडी चुनौती नहीं होगी जिसका गेंदबाजी आक्रमण स्पिनर सुनील नारायण के नहीं खेलने से और कमजोर हुआ है. नारायण को चैंपियंस लीग टी20 टूर्नामेंट में अवैध गेंदबाजी एक्शन के कारण दौरे से बाहर कर दिया गया है. वहीं कैरेबियाई रन मशीन क्रिस गेल भी टीम में नहीं हैं.
पहले वनडे पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है हालांकि क्रिकेटप्रेमी इस मुकाबले का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं.मेजबान टीम इस मैदान पर 1 – 0 की बढ़त बनाने के इरादे से उतरेगी जहां उसने जनवरी में आस्ट्रेलिया को नंबर वन के ताज से महरुम किया था. विश्व कप की तैयारी के नजरिये से भारत के लिये यह श्रृंखला काफी अहम है.
महेंद्र सिंहधौनीकी अगुवाई वाली भारतीय टीम काफी संतुलित है हालांकि एकमात्र चिंता का सबब विराट कोहली का खराब फार्म है.
चयनकर्ताओं ने घायल रोहित शर्मा की जगह मुरली विजय को चुना है लेकिन देखना यह है कि शिखर धवन के साथ पारी की शुरुआत वह करते हैं या अजिंक्य रहाणे. विराट के लिए यह फार्म में लौटने का सुनहरा मौका है. सुरेश रैना, अंबाती रायुडू और धौनी के रहते मध्यक्रम मजबूत लग रहा है.
गेंदबाजी में मोहित शर्मा अच्छे फार्म में हैं जिन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए विकेट लिये हैं. उनके अलावा भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और उमेश यादव भारतीय तेज आक्रमण का जिम्मा संभालेंगे जबकि स्पिन का दारोमदार अमित मिश्रा और रवींद्र जडेजा पर होगा.
यह देखना होगा कि 19 बरस के स्पिनर कुलदीप यादव को मौका मिलता है या नहीं. दूसरी ओर वेस्टइंडीज को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा जिसने हाल ही में बांग्लादेश को हराया है. वेस्टइंडीज के 15 में से सात खिलाडी आईपीएल और चैम्पियंस लीग में खेलने के कारण यहां के हालात से बखूबी वाकिफ हैं जिसका फायदा मिलेगा.
पिछले नवंबर में डेरेन सैमी की जगह ड्वेन ब्रावो को कप्तानी सौंपी गयी थी जिनका पहला अनुभव बहुत खराब रहा. वह इस बार भारत को उसकी सरजमीं पर कडी चुनौती देने के लिये सटीक रणनीति बनाने में जुटे होंगे.
उन्हें सैमी, डेरेन ब्रावो और कीरोन पोलार्ड जैसे बल्लेबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी. गेंबाजी में जेरोम टेलर 100 वनडे विकेट से दो विकेट दूर हैं. उनकी वापसी से तेज आक्रमण मजबूत हुआ है. केमार रोच और रवि रामपाल भी टीम में हैं.
स्पिन में नारायण की कमी टीम को खलेगी जिससे सुलेमान बेन पर दबाव बन जायेगा. एकदिवसीय मैचों के बाद एक टी-20 मैच खेला जायेगा, जबकि चार टेस्ट मैच भी इस श्रृंखला में खेला जाना है.