कोलकाता : पूर्व भारतीय खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के चुनौतीपूर्ण दौरे में इंग्लैंड का अनुभव भारतीय क्रिकेटरों को मदद पहुंचाएगा.
लक्ष्मण ने पत्रकारों से कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि हम ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. भारतीय टीम के पास प्रतिभा और क्षमता है. लार्ड्स में आपने देखा होगा. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे अन्य मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये. यह विदेशी सरजमीं पर भारत की सर्वश्रेष्ठ जीत में से एक थी.
उन्होंने कहा, यह अच्छे प्रयास को जीत में बदलने से जुडा है. इसके अलावा इंग्लैंड की श्रृंखला में वहां पहली बार खेलने वाले हमारे युवा खिलाडियों को काफी कुछ सीखने को मिला है. लक्ष्मण ने भारतीय टीम की हार के लिये बल्लेबाजों की सामूहिक असफलता को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, हमारे बल्लेबाज गेंदबाजों के लिये अनुकूल विकेट पर जूझते रहे. हमने पहले एक घंटे में ही चार पांच विकेट गंवा दिये. ऐसे में वापसी करना और मैच बचाना मुश्किल हो जाता है.
उन्होंने कहा, हमें स्वीकार करना होगा कि हमारे बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि इस अनुभव से उन्हें बेहतर टेस्ट क्रिकेटर बनने में मदद मिलेगी. लक्ष्मण ने कहा कि यह अच्छा संकेत है कि वर्तमान समय के क्रिकेटर बेहतर स्ट्राइक रेट से रन बना रहे है जिससे दर्शकों को टेस्ट मैचों में परिणाम देखने को मिल रहे हैं.
उन्होंने कहा, टी20 और वनडे के प्रभाव के कारण क्रिकेट बदल गया है. आप अब प्रति ओवर कम से कम 3-5 या चार रन की गति का लक्ष्य बनाते हो. जब मैं खेलता था तब 2-5 या तीन रन प्रति ओवर की गति अच्छी मानी जाती थी. लक्ष्मण ने कहा, महत्वपूर्ण यह है कि वह क्रीज पर कितना समय बिताते हैं और कितनी अच्छी पारियां खेलते हैं. यदि वे 80 गेंदों पर 100 रन बनाते हैं तो इसमें दिक्कत नहीं है. आप जितनी तेजी से रन बनाओगे गेंदबाज के पास विकेट हासिल करने के उतने ही अधिक अवसर होंगे.
लक्ष्मण से पूछा गया कि क्या वीरेंद्र सहवाग जैसे क्रिकेटरों की विश्व कप से पहले टीम में वापसी होनी चाहिए, उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि वे बेहतरीन खिलाड़ी और मैच विजेता हैं. लेकिन हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि वे घरेलू सत्र में कैसा प्रदर्शन करते हैं. यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें जो अवसर मिलता है वे उसका फायदा उठायें.