अहमदाबाद : श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में अपने करियर का पहला शतक जमाने वाले अंबाती रायुडू ने कहा कि यह शतक उनके लिये खास है. खास इस मायने में क्योंकि इसके लिये उन्होंने लंबा इंतजार किया है.
पहली बार 2003 में भारत ए के लिये खेलने वाले रायुडू ने अमान्य इंडियन क्रिकेट लीग खेली और हैदराबाद को छोडकर आंध्र की टीम में चले गए जहां से फिर बडौदा के लिये खेले. मैच के बाद रायुडू ने कहा, यह पारी बहुत खास है क्योंकि लंबे इंतजार के बाद आयी. उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन ने उनका आत्मविश्वास बढाया जिससे तीसरे नंबर पर उनके लिये खेलना आसान हो गया.
उन्होंने कहा, मुझे कोच, विराट और धौनी भाई ने काफी आत्मविश्वास दिया. टीम प्रबंधन के सभी सदस्यों ने मुझे जमकर खेलने के लिये कहा. मैं नाबाद रहकर टीम को जीत तक ले जाना चाहता था और उस प्रक्रिया में मैने शतक बनाया.
यह पूछने पर कि क्या वह आज की तरह आगे भी बल्लेबाजी क्रम में उपर आना चाहेंगे , उन्होंने कहा , यह फैसला कप्तान को लेना है. वह जो भी फैसला लेंगे, मैं उसे मानूंगा. कप्तान विराट कोहली ने रायुडू की तारीफ करते हुए कहा , मैंने सिर्फ उसकी हौसलाअफजाई की. डंकन और टीम प्रबंधन ने भी उसे खुलकर खेलने को कहा और उसने इतनी उम्दा पारी खेली. श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने दुख जताया कि उनकी टीम 300 का आंकडा पार नहीं कर सकी.
उन्होंने कहा , 300 रन बनाने से काफी अंतर पैदा होता. हम उस स्कोर तक नहीं जा सके क्योंकि बीच में लय से भटक गए. ऐसे विकेटों पर शीर्ष चार बल्लेबाजों को रन बनाने चाहिये. अगले मैच में हम अपनी गलतियों से सबक लेकर खेलेंगे.
जिम्मेदारी पर खरा उतरने से खुश हूं : रायुडू
भारत को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में जीत दिलाने वाले मैन ऑफ द मैच अंबाती रायुडू ने कहा कि वह टीम प्रबंधन द्वारा दी गई जिम्मेदारी पर खरे उतरने से खुश हूं. रायुडू ने कहा , जब हम भारत के लिये खेलते हैं तो टीम जो भी भूमिका देती है, उस पर खरे उतरने की खुशी होती है. यह अर्धशतक या शतक से ज्यादा हर खिलाड़ी की भूमिका की बात है.
रायुडू को बल्लेबाजी क्रम में तीसरे स्थान पर भेजा गया जबकि आम तौर पर वह पांचवें या छठे नंबर पर उतरते हैं. सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे का विकेट जल्दी गिरने के बाद उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए उम्दा पारी खेली.उन्होंने कहा कि टीम में हर खिलाड़ी हर क्रम पर बल्लेबाजी कर सकता है.
उन्होंने कहा , हर खिलाड़ी किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकता है. मुझे मौका मिला और मैं खुश हूं. हम सभी तैयार हैं. रायुडू ने कहा , मुझे शतक बनाने की खुशी है लेकिन निजी तौर पर मैं आंकडे को तवज्जो नहीं देता जब तक टीम जीत रही है और मैं उसमें योगदान दे रहा हूं.