कैंसर से जूझ रहे हैं ऑस्ट्रेलियाइ पूर्व कप्तान रिची बेनो
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और महान क्रिकेटर रिची बेनो इन दिनों कैंसर से परेशान हैं. सिची बेनो को त्वचा कैंसर हो गया है. इसका खुलासा उन्होंने खुद किया है. 84 साल के रिची ने बताया कि वह कैंसर जैसी बीमारी से परेशान हैं और इसका इलाज करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि मैं इस बीमारी […]
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और महान क्रिकेटर रिची बेनो इन दिनों कैंसर से परेशान हैं. सिची बेनो को त्वचा कैंसर हो गया है. इसका खुलासा उन्होंने खुद किया है. 84 साल के रिची ने बताया कि वह कैंसर जैसी बीमारी से परेशान हैं और इसका इलाज करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि मैं इस बीमारी से निपटने के लिए रेडिएशन थेरेपी से गुजर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मैं अपने कैंसर को लेकर परेशान तो हूं, लेकिन इलाज सही दिशा में चल रहा है. उन्होंने कैंसर से बचने के लिए लोगों को कहा. ज्ञात हो कि विश्व क्रिकेट में अपनी खेल से पहचान बना चुके रिची ने 1950 से 60 के दशक में ऑस्ट्रेलियाइ टीम को अपनी कप्तानी में लगातार तीन एशेज जीताये.
* रिची बेनो जैसा बनना चाहता था : चंद्रशेखर
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान रिची बेनो से न सिर्फ इयान चैपल और शेन वार्न जैसे खिलाड़ी प्रभावित थे बल्कि भारतीय दिग्गज बी एस चंद्रशेखर भी 1950 के दशक में इस ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर जैसा बनना चाहते थे.
इस 69 वर्षीय लेग स्पिनर ने बंगाल के युवा स्पिनरों के साथ सवाल जवाब के सत्र में कहा, मैं रिची बेनो का बड़ा प्रशंसक था. अपने शुरुआती दिनों में मैं उनका अनुकरण करता था और यह मेरे लिये अच्छा रहा. चंद्रा के नाम से मशहूर साठ और सत्तर के दशक के इस महान स्पिनर ने वार्न और अनिल कुंबले की भी जमकर तारीफ की.
चंद्रशेखर ने कहा, वार्न एकमात्र लेग स्पिनर था जो सपाट पिच पर टर्न हासिल कर सकता था. मैंने कभी किसी को ऐसा करते हुए नहीं देखा. भारतीयों में हमारे पास अनिल कुंबले था. प्रतिभा जन्मजात होती है और कुछ चीजें सिखायी नहीं जा सकती.