क्षेत्रीय भाषाओं में प्रकाशित होगी तेंदुलकर की आत्मकथा
मुंबई : विश्व क्रिकेट के महान खिलाड़ी और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर की किताब इन दिनों काफी चर्चाओं में है. सचिन तेंदुलकर ने अपनी किताब में कई अहम खुलासे किये हैं. जिसे जानने और पढ़ने की उत्सुकता सभी में है. जिसके चलते सचिन की किताब की भारी मांग होने लगी है. यह देखते हुए सचिन […]
मुंबई : विश्व क्रिकेट के महान खिलाड़ी और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर की किताब इन दिनों काफी चर्चाओं में है. सचिन तेंदुलकर ने अपनी किताब में कई अहम खुलासे किये हैं. जिसे जानने और पढ़ने की उत्सुकता सभी में है. जिसके चलते सचिन की किताब की भारी मांग होने लगी है. यह देखते हुए सचिन तेंदुलकर की आत्मकथा ‘प्लेइंग इट माय वे’ के प्रकाशकों ने इसका भारत की क्षेत्रीय भाषाओं में तर्जुमा करने का फैसला किया है.
हैशे इंडिया इसका सह प्रकाशन करेगा. हैशे इंडिया की पौलुमी चटर्जी ने कहा , हमें इस बेस्टसेलर के लांच के बाद से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है और हम कई भारतीय भाषाओं के प्रकाशकों से बात कर रहे हैं. हम इसका मराठी, हिन्दी, गुजराती, मलयालम , असमी, तेलुगू और बंगाली में सह प्रकाशन करेंगे.
हम अगले कुछ सप्ताह में अपने प्रकाशन साझेदारों पर फैसला लेंगे और भारतीय भाषाओं में 2015 के बीच में यह किताब आ जायेगी. छह नवंबर को लांच हुई इस किताब ने अब तक कथा और गैर कथा वर्ग में आर्डर पर बिक्री के सारे रिकार्ड तोड़ दिये हैं.