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विश्वकप की अविस्मरणीय पारियां : जब पाकिस्तान के खिलाफ सिद्धू ने जड़ा था 93

क्रिकेट का महासंग्राम विश्वकप 2015 अगले वर्ष 14 फरवरी से शुरू होगा. इसकी तैयारियां शुरू हो गयीं है. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड इस महाकुंभ का आयोजन कर रहे हैं. हर खिलाड़ी का यह सपना होता है कि वह विश्वकप के दौरान कुछ अच्छा प्रदर्शन करे. चूंकि वर्ल्ड कप का रिकार्ड अलग से भी संग्रहित होता है, […]

क्रिकेट का महासंग्राम विश्वकप 2015 अगले वर्ष 14 फरवरी से शुरू होगा. इसकी तैयारियां शुरू हो गयीं है. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड इस महाकुंभ का आयोजन कर रहे हैं. हर खिलाड़ी का यह सपना होता है कि वह विश्वकप के दौरान कुछ अच्छा प्रदर्शन करे.

चूंकि वर्ल्ड कप का रिकार्ड अलग से भी संग्रहित होता है, इसलिए खिलाड़ी विश्वकप में अपने परफारर्मेंस को लेकर भी काफी कॉन्शंस रहते हैं. यही वजह है कि विश्वकप में कई ऐसी पारियां खेलीं जातीं हैं, जो अविस्मरणीय हो जाती हैं. ऐसी ही एक पारी 1996 के विश्वकप में नवजोत सिंह सिद्धू ने खेली थी. सिद्धू की उस पारी को लोग आज भी याद करते हैं, तो उसका कारण यह है कि उन्होंने अपना शानदार प्रदर्शन पाकिस्तान के विरुद्ध खेले गये मैच में दिखाया था.

वह मैच बेंगलुरु में खेला गया था. उस विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत हुई थी. उस वर्ष के खेल में भारत काफी मशक्कत के साथ क्वार्टर फाइनल में पहुंचा था, जबकि पाकिस्तान का प्रदर्शन काफी अच्छा था और उसने अपने पांच लीग मैच में से चार जीता था, मात्र एक मैच वह साउथ अफ्रीका से हारा था. लीग मैच के दौरान सबसे अच्छे बैट्मैन के रूप में सचिन तेंदुलकर का प्रदर्शन जारी था. उन्होंने 427 रन बनाये थे.

जब भारत-पाकिस्तान का मैच शुरू हुआ, तो हमेशा की तरह वह हाई वोल्टेज ड्रामा था. मैच का टॉस भारत ने जीता और पहले बल्लेबाजी को चुना. सचिन तेंदुलकर और नवजोत सिंह सिद्धू ने मैच की शुरुआत की. इन दोनों के बीच 90 रन की पार्टनरशिप हुई थी. लेकिन तेंदुलकर और संजय मंजरेकर के आउट होने के बाद पूरी जिम्मेदारी सिद्धू पर आ गयी थी. सिद्धू का बखूबी साथ देने के लिए अजय जडेजा और उन्होंने शानदार खेल दिखाते हुए 25 बॉल में 45 रन बनाये थे. वकार युनूस के एक ओवर में 22 रन ठोंककर जडेजा ने लोगों का मनोरंजन किया था. भारत ने आठ विकेट पर 287 रन बनाये और पाकिस्तान को 288 रन का टारगेट दिया.

जवाब में पाकिस्तान ने विस्फोटक शुरुआत की. सईद अनवर ने 84 रन बनाकर अपने देश की पारी का शानदार आगाज किया और ऐसा आभास करवाया कि पाकिस्तान के लिए लक्ष्य बहुत आसान है. आमिर सोहेल ने भी पचासा जड़ दिया था. मैच का तनाव बढ़ता जा रहा था.

भारतीय गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद और आमिर सोहेल के बीच कुछ विवाद भी हुआ था. लेकिन भारतीय गेंदबाजों के आगे पाकिस्तानी बल्लेबाज टिक नहीं पाये और भारत को विजयश्री मिली. नवजोत सिंह सिद्धू मैन ऑफ द मैच चुने गये. जीत के बाद उन्होंने बयान दिया था कि पाकिस्तान के साथ मैच बहुत तनावभरा होता है.

हर भारतीय की उम्मीद आप पर टिकी होती है, जो यह चाहता है कि आपको किसी भी हाल में जीतना होगा. उन उम्मीदों पर खरे उतरना हमारे लिए बहुत जरूरी हो जाता है. उस मैच के हीरो बल्लेबाजों में सिद्धू और जडेजा थे, जबकि गेंदबाजों में वेंकटेश प्रसाद का प्रदर्शन अविस्मरणीय है. हालांकि सेमीफाइनल में भारत श्रीलंका से हार गया था, लेकिन पाकिस्तान को हराने के बाद विश्वकप न जीतने का गम बहुत ज्यादा नहीं हुआ.

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