सचिन ने एक गांव को लिया गोद, लिंगभेद खत्म करने की अपील की

नेल्लौर (आंध्र प्रदेश) : भारत रत्‍न और राज्य सभा के सदस्य सचिन तेंदुलकर आज आंध्र प्रदेश के पुट्टमराजूवारी कंद्रिका गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया है. गोद लेने के साथ ही तेंदुलकर ने 2.79 करोड़ रुपये की लागत वाले विकास कार्यों के निर्माण (पहले चरण में) की आधारशिला रखी. इनमें एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2014 10:17 AM

नेल्लौर (आंध्र प्रदेश) : भारत रत्‍न और राज्य सभा के सदस्य सचिन तेंदुलकर आज आंध्र प्रदेश के पुट्टमराजूवारी कंद्रिका गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया है. गोद लेने के साथ ही तेंदुलकर ने 2.79 करोड़ रुपये की लागत वाले विकास कार्यों के निर्माण (पहले चरण में) की आधारशिला रखी. इनमें एक सामुदायिक केंद्र, रसोईघर के साथ आंगनवाडी स्कूल, खेल का मैदान, प्रतीक्षालय एवं शौचालय समेत अन्य चीजें शामिल हैं.

सचिन तेंदुलकर का वहां गर्मजोशी से स्वागत किया गया. गुडूर मंडल में स्थित गांव के लोगों के लिए आज की सुबह अलग तरह की रही जब सुबह करीब नौ बजे क्रिकेट के महानायक गांव पहुंचे और लोगों से मिले. गांव के लोगों ने तेंदुलकर का गर्मजोशी से स्वागत किया. उनके दौरे को देखते हुए गांव को सजाया गया था. साथ ही तेंदुलकर के स्वागत के लिए गांव की तरफ जाने वाले सडकों पर बैनर और होर्डिंग लगाए गए थे.

आस पडोस के गांवों और जिले से महिलाओं और बच्चों समेत बड़ी संख्या में लोग तेंदुलकर की एक झलक पाने के लिए पुट्टमराजूवारी कंद्रिका में जुटे थे. वे तेंदुलकर के साथ तस्वीर खिंचवाने के लिए एक दूसरे से धक्का मुक्की करते दिखे. पास के एक दूसरे गांव से आए तेंदुलकर के एक प्रशंसक वेंकटेश्वरलू ने कहा कि उसने मास्टर ब्लास्टर के दौरे से पहले उनके 1,000 से अधिक कागज के मुखौटे बांटे थे.

वेंकटेश्वरलू ने कहा, तेंदुलकर द्वारा गोद लेने के बाद पुट्टमराजूवारी कंद्रिका अब लोकप्रिय हो गया है. इससे पहले पडोस के गांवों या जिले में रहने वाले लोगों ने भी गांव के बारे में नहीं सुना था. मैंने पहले कभी तेंदुलकर को नहीं देखा था, लेकिन अब मुझे उनसे व्यक्तिगत रुप से मिलने का मौका मिला. मैं इसे लेकर खुश हूं.

तेंदुलकर ने गांव वालों के साथ बातचीत की जिन्होंने उन्हें गांव में उचित सडकों, स्वच्छता सुविधाओं के अभाव और साथ ही बिजली आपूर्ति की हालत के बारे में बताया और कहा कि वे जरुरी बुनियादी सुविधाएं पाने के बाद इसे एक आदर्श गांव में बदलते हुए देखना चाहते हैं.

क्रिकेट से संन्यास ले चुके तेंदुलकर ग्रामीणों को तंबाकू और शराब का सेवन छोडने के लिए शपथ भी दिलाएंगे. साथ वह गांव के बच्चों के साथ एक दोस्ताना क्रिकेट मैच खेलेंगे.

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