चटगांव : बांग्लादेश ने तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच को भी जीत लिया है. बांग्लादेश ने आखिरी टेस्ट में जिम्बाब्वे को 186 रन से हराकर श्रृंखला पर 3-0 से कब्जा कर लिया है. बांग्लादेश ने जिम्बाब्वे के खिलाफ क्लीन स्वीप करके अपने क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोडा.
जिम्बाब्वे के सामने जीत के लिये 449 रन का लक्ष्य था लेकिन पांचवें दिन के चाय के विश्राम से ठीक पहले उसकी पूरी टीम 262 रन पर आउट हो गयी. बांग्लादेश ने इस तरह से रनों के लिहाज से अपनी दूसरी सबसे बडी जीत दर्ज की.
जिम्बाब्वे की तरफ से केवल रेगिस चकाबवा ही समझबूझ से खेल पाये. वह आखिर में 89 रन बनाकर नाबाद रहे. उनके अलावा सलामी बल्लेबाज सिकंदर रजा (65) और हैमिल्टन मासकादजा (38) ही बांग्लादेश के स्पिनरों का कुछ देर तक सामना कर पाये. बांग्लादेश की तरफ से शफीउल इस्लाम, रुबेल हुसैन, जुबैर हुसैन और स्वागत होम ने दो-दो विकेट लिये.
बांग्लादेश के स्पिनर श्रृंखला में शुरु से ही हावी रहे और उन्होंने तीन मैचों में 49 विकेट हासिल किये. बांग्लादेश ने ढाका में पहला मैच तीन विकेट से जबकि खुलना में दूसरा टेस्ट 162 रन से जीता था. यह पहला अवसर है जबकि बांग्लादेश ने किसी श्रृंखला में क्लीन स्वीप किया. वह पहली बार लगातार तीन टेस्ट मैच जीतने में सफल रहा. बांग्लादेश की यह टेस्ट मैचों में सातवीं और जिम्बाब्वे के खिलाफ पांचवीं जीत है. मुशफिकर रहीम की अगुवाई में उसने चौथा टेस्ट मैच जीता.
जिम्बाब्वे ने बडे लक्ष्य के सामने पांचवें दिन सुबह एक विकेट पर 71 रन से आगे खेलना शुरु किया लेकिन उसने नियमित अंतराल में विकेट गंवाये. कल के अविजित बल्लेबाज सिकंदर और मासकादजा अधिक देर तक नहीं टिक पाये. कप्तान ब्रैंडन टेलर भी 25 रन ही बना पाये.
चकाबवा ने एक छोर संभाले रखा लेकिन दूसरी तरफ से विकेट गिरते रहे. उन्हें निचले क्रम में केवल क्रेग इर्विन (16) का कुछ देर तक साथ मिला जिनके साथ उन्होंने छठे विकेट के लिये 49 रन जोडे. चकाबवा मैच की दूसरी पारी में भी अर्धशतक लगाने में सफल रहे.
आखिरी क्षणों में यह दिलचस्पी का विषय था कि दायें हाथ का यह 27 वर्षीय बल्लेबाज अपना दूसरा टेस्ट शतक पूरा कर पाता है या नहीं लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने के कारण वह सैकडे से चूक गये. उन्होंने अपनी पारी में 181 गेंद खेली तथा सात चौके और एक छक्का लगाया.
बांग्लादेश की तरफ से दूसरी पारी में नाबाद 131 रन बनाने वाले मोमिनुल हक को मैन ऑफ द मैच जबकि श्रृंखला में अपने बल्ले और गेंद से कमाल करने वाले आलराउंडर शाकिब अल हसन को मैन आफ द सीरीज चुना गया.