श्रीनिवासन पर बयान से पलटे गावस्कर, कहा, बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया
नयी दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर पूर्व बीसीसीआइ अध्यक्ष श्रीनिवासन पर दिये अपने बयान से हैरान हैं. उन्होंने अपने बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत करने का आरोप लगाया है. मैच फिक्सिंग विवाद पर एन श्रीनिवासन की चुप्पी को लेकर सवाल उठाने वाले अपने बयान से पलटते हुए उन्होंने रिपोर्ट को मनगढंत बताया. […]
नयी दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर पूर्व बीसीसीआइ अध्यक्ष श्रीनिवासन पर दिये अपने बयान से हैरान हैं. उन्होंने अपने बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत करने का आरोप लगाया है. मैच फिक्सिंग विवाद पर एन श्रीनिवासन की चुप्पी को लेकर सवाल उठाने वाले अपने बयान से पलटते हुए उन्होंने रिपोर्ट को मनगढंत बताया.
एक अंग्रेजी अखबार के अनुयार गावस्कर ने मेलबर्न में कहा था कि श्रीनिवासन को इसका जवाब देना होगा कि यदि वह खिलाडियों की मैच फिक्सिंग में भागीदारी के बारे में जानते थे तो उन्होंने उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की. लेकिन पूर्व कप्तान ने आज कहा कि वास्तव में जो कहा गया था रिपोर्ट उस पर आधारित नहीं थी.
गावस्कर ने कहा, वह यादगार शाम थी और उसका उल्लास अगली सुबह तक भी बना हुआ था और ऐसे में मैं न्यायमूर्ति मुद्गल रिपोर्ट पर मेरी प्रतिक्रिया को लेकर पूरी तरह से गलत खबर के कारण बुरी तरह हिल गया. मैंने उस शाम के महत्व और सम्मान को लेकर कई चैनलों से बात की.
मैंने यहां तक कि उसी समय जारी न्यायमूर्ति मुद्गल रिपोर्ट से संबंधित सवालों पर जवाब दिये हालांकि उनका एमसीजी के कार्यक्रम से कोई लेना देना नहीं था. गावस्कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में विशेष स्वागत समारोह में भाग लेने के लिये ऑस्ट्रेलिया गये थे. इस समारोह की मेजबानी ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबट ने की थी.
गावस्कर ने अपने कालम में लिखा है, अगली सुबह जब मैं उठा तो मैंने मनगढंत शीर्षक और खबर पढी. मैंने कहा था कि मैच फिक्सिंग के मामले में शून्य सहिष्णुता अपनायी जानी चाहिए. मैं जानता हूं कि लोगों का ध्यान खींचने के लिये सनसनीखेज शीर्षकों और रिपोर्टों की जरुरत पड़ती है लेकिन निश्चित तौर पर वे उसी पर आधारित होनी चाहिए जो कहा गया हो.
मेरे लिये जो ऑस्ट्रेलिया में तीन यादगार दिन होते इससे उनका मजा किरकिरा हो गया. गावस्कर ने कहा कि यह उनके लिये सम्मान की बात थी कि उन्हें मोदी ने आमंत्रित किया जिनके बारे में उन्होंने कहा कि वह उर्जावान हैं. उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबट द्वारा दिये गये रात्रि भोज का हिस्सा बनने के लिये भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आमंत्रण बहुत बडा सम्मान था. पहली बार ऐसा हुआ जबकि किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने किसी अन्य देश के आधिकारिक दौरे पर खिलाडियों को साथ ले जाने के बारे में सोचा.
गावस्कर ने कहा, माननीय प्रधानमंत्री के ऑस्ट्रेलियाई संसद में दिये गये भाषण पर वहां के सांसदों ने खडे होकर तालियां बजायी और एमसीजी ओलंपिक कक्ष में दिया गया उनका भाषण भी कुछ अलग नहीं था. उन्होंने उस शाम में जो जोश भरा, वह देखने लायक था.
उन्होंने कहा, भारतीय टीम को अब कडे दौरे पर जाना है लेकिन यदि उन्हें विकेट लेने में परेशानी हो तो उन्हें प्रधानमंत्री से सेवाएं देने के लिये आग्रह करना चाहिए. वह पल भर में ऑस्ट्रेलियन पर हावी हो जाएंगे जैसा कि हाल में समाप्त दौरे में उन्होंने किया था.