Indian Cricket: इंग्लैंड और ब्रिटिश भारत के बीच 1932 में लॉर्ड्स में पहला मुकाबला खेला गया था. उस मैच में इंग्लैंड ने भारत को 158 रन से हराया था. 4 दिनी टेस्ट मैच की शुरुआत 25 जून को हुई और 28 जून तक खेल चला. इंग्लैंड ने पहली पारी में 259 रन बनाए, डगलस जार्डिन और लेस अमेस ने अर्द्धशतक लगाया जबकि भारत की ओर से मोहम्मद नासिर ने 5 विकेट लिए थे. भारतीय टीम ने 189 रन बनाए, भारत की इस पारी में सर्वाधिक योगदान सी.के. नायडू का रहा, जिन्होंने 40 रन बनाए. 70 रन की मिली लीड को इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 275 रन बनाकर 345 कर दिया. जार्डिन ने फिर से 85 रनों की पारी खेलकर भारत के लिए 346 रन का लक्ष्य तय किया. दूसरी पारी में भारत 187 रन ही बना सका. पूरे साल भर में भारतीय टीम ने केवल यही एक मैच खेला.
1933 में अगले साल इंग्लिश टीम ने भारत का दौरा किया और उस वर्ष भी भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा. मुंबई में हुए इस मैच में इंग्लैंड को 9 विकेट से जीत मिली. 1934 में इंग्लिश टीम ने भारत के साथ दो मैचों की सीरीज खेली और दूसरे मैच में भारत अपना मैच ड्रॉ कराने में सफलता पाई. 1936 में भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया, लेकिन जीत नसीब नहीं हुई. इसके बाद विश्व युद्ध शुरू हो गया. अगली सीरीज को शुरू होने में 10 साल लग गए और 1946 में विश्व युद्ध के बाद भारत का फिर से इंग्लैंड दौरा हुआ. लेकिन भारत का जीत का खाता नहीं खुला.
भारत को अपनी पहली जीत 1952 में नसीब हुई, जब भारत ने खुद से अलग हुए पाकिस्तान से मैच खेला. भारत ने इस जीत के लिए 23 मैचों का इंतजार किया. इस मैच में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 186 रन बनाए, लाला अमरनाथ ने 4 विकेट लेकर पाक बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. भारत ने अपनी पहली पारी में पॉली उमरीगर और विजय हजारे की शतकीय पारी की बदौलत 4 विकेट पर 387 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. पाकिस्तान दूसरी पारी में 46 रन की ही लीड ले पाया और 242 रन बनाकर ऑल आउट हो गया. भारत ने वीनू मांकड़ की 35 रन की बदौलत यह मैच जीत लिया. इस तरह भारत को अपनी पहली क्रिकेट जीत मिली.
भारत ने उस मैच के बाद आज तक के टेस्ट मैच खेले हैं
टेस्ट मैच- 584 जीत- 182 हार- 179 ड्रॉ- 222 टाई- 1
एकदिवसीय मैचों का आगमन
कहा जाता है खराब मौसम, एक और ड्रा का खतरा और वित्तीय घाटे के डर ने 1971 में सीमित ओवरों के खेल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाने में अपना किरदार अदा किया. 5 जनवरी 1971 को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला गया. भारत ने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच हेडिंग्ले, लीड्स में खेला. 13 जुलाई 1974 को भारत ने इंग्लैड के खिलाफ अपना एकदिवसीय क्रिकेट का अभियान शुरू किया. अजीत वाडेकर की कप्तानी में भारत अपना पहला मैच 4 विकेट से हारा था. भारत को अपनी पहली जीत 1975 के विश्वकप में मिली जब भारत ने ईस्ट अफ्रीका टीम को 10 विकेट से हराया. उस मैच के हीरो सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) रहे, जबकि फारुख इंजीनियर को उनकी 54 रन की पारी और विकेट कीपिंग के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया. भारत को मिले 121 रन के जवाब में भारत ने सुनील गावस्कर के 65 रनों की बदौलत यह मैच जीत लिया.
भारत ने लिए क्रिकेट का असल अर्थ 1983 का विश्वकप रहा, जिसे कपिल देव (Kapil Dev) की अगुआई वाली भारतीय टीम ने जीता. इस टीम ने अपने समय की सबसे समर्थ और ताकतवर वेस्टइंंडीज टीम को धूल चटाई थी. इसके बाद भारतीय टीम को वनडे विश्वकप जीतने में 28 साल लगे. 2011 में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के नेतृत्व में भारत की सितारों से सजी टीम ने विश्वकप जीता.
वनडे मैच- 1058 जीत- 559 हार- 445 टाई- 10 और भारत के 44 मैच ऐसे रहे हैं, जिनमें कोई नतीजा नहीं निकला
फटाफट क्रिकेट की शुरुआत ने क्रिकेट में रुझान बढ़ाया
भारत ने अपना पहला टी20 मैच 2006-07 में दक्षिण अफ्रीका में खेला था, जहां उन्होंने मेजबान टीम को छह विकेट से हराया था. भारत ने 2007 में आयोजित सबसे पहले विश्वकप में पाकिस्तान को हराकर विश्वकप का खिताब जीता था. इसी वर्ष 2024 में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में भारतीय टीम ने सं. रा. अमेरिका और वेस्ट इंडीज के सह नेतृत्व में आयोजित T20 विश्व कप जीता है.
T20 मैच- 241 जीत- 160 हार- 64 टाई-6 और 6 मैचों में कोई नतीजा नहीं निकला
भारत ने विश्वकप की 4 ट्रॉफियों के साथ ही 2002 और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती है. 2002 की चैंपियंस ट्रॉफी भारत ने श्रीलंका के साथ साझा की थी.