सिडनी : युवा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिल ह्यूजेस अंतत: जिंदगी की जंग हार गये. आज वृहस्पतिवार को उनकी मौत हो गयी है. वे 25 नवंबर मंगलवार से कोमा में थे. जिस वक्त उनकी मौत हुई उनका पूरा परिवार उनके साथ था.
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के डॉक्टर पीटर ब्रुकनेर ने आज कहा कि यह मेरा दुखद कर्तव्य है कि मैं आपको यह सूचना दूं कि फिल अब इस दुनिया में नहीं रहे. उन्होंने कहा कि मंगलवार से आज तक वह कोमा में रहा और कभी भी उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. उसने रिगेन की कोशिश कभी नहीं की.
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि ह्यूजेस के परिवार के लोगों के साथ पूरी संवेदना है और इस बात का ख्याल रखा जाये कि उनकी निजता को कोई ठेस न पहुंचे. टेस्ट टीम में वापसी की दहलीज पर खड़े ह्यूजेस को सीन एबट का बाउंसर सिर में लगा था.
ह्यूज को शेफील्ड शील्ड मैच के दौरान सिर में बाउंसर लगने के बाद सेंट विंसेंट अस्तपाल में भर्ती कराया गया था. वह उस समय न्यू साउथवेल्स के खिलाफ साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए बल्लेबाजी कर रहे थे. वह 63 रन बना चुके थे जब हुक शाट खेलने के प्रयास में बाउंसर उनके हेलमेट के नीचे लगा.
उन्हें मैदान पर सीपीआर दिया गया. अस्पताल में उनका आपात ऑपरेशन 90 मिनट तक चला जिसके बाद उन्हें सेंट विंसेंट अस्पताल के आईसीयू में कोमा में रखा गया लेकिन वह होश में नहीं आ सके. क्रिकेट न्यू साउथवेल्स के मुख्य कार्यकारी एंड्रयू जोंस ने कहा , फिलीप ऊर्जावान और जिंदादिल युवा था जिसकी मुस्कान बड़ी मनमोहक थी.
वह 26 प्रथम श्रेणी शतक लगा चुका था और उसका भविष्य उज्जवल था. यह दुखद है कि वह खेल में अपनी क्षमता के अनुरूप उपलब्धियां हासिल करने से वंचित रह गया. साउथ आस्ट्रेलिया क्रिकेट संघ के मुख्य कार्यकारी कीथ ब्राडशा ने कहा , एसएसीए में सभी दुखी है और सभी की हमदर्दी फिलीप के परिवार के साथ है जो अस्पताल में उसके साथ था. उन्होंने कहा , वह वेस्ट एंड रेडबैक्स और एडीलेड स्ट्राइकर्स दोनों का लोकप्रिय सदस्य था और एसएसीए सदस्यों के साथ साउथ ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटप्रेमियों का भी चहेता था.
ब्राडशा ने कहा , सभी उससे प्यार करते थे. पिछले कुछ दिनों से जिस तरह लोगों ने उस पर प्यार लुटाया है, वह साबित करता है कि कितने लोगों पर उसने अपनी छाप छोड़ी थी. मंगलवार को हुए हादसे के बाद से ह्यूज के साथी खिलाड़ी और दोस्त अस्पताल में जमे हुए हैं. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क लगातार अस्पताल में बने हुए हैं. उनके अलावा ब्राड हाडिन, स्टीवन स्मिथ, शेन वाटसन, डेविड वार्नर, नाथन लियोन, मोइजेस हेनरिक्स, मिशेल स्टार्क, डेनियल स्मिथ और कोच डेरेन लीमैन भी अस्पताल आ चुके हैं.
एबट समेत न्यू साउथवेल्स के खिलाडि़यों को भी सांत्वना दी गयी. क्रिकेट के मैदान पर किसी खिलाड़ी की मौत की यह पहली घटना नहीं है. भारतीय क्रिकेटर रमन लांबा ने 1998 में एक बांग्लादेशी गेंदबाज की गेंद कनपटी पर लगने के कारण दम तोड़ दिया था. वह 38 बरस के थे.
पाकिस्तानी विकेटकीपर अब्दुल अजीज को 1958 – 59 में कायदे आजम ट्राफी फाइनल के दौरान छाती पर गेंद लगी थी. वह बेहोश हो गये और कभी होश में नहीं आ सके. अस्पताल ले जाते समय 17 वर्षीय अजीज की मौत हो गयी थी.
भारत के पूर्व कप्तान नारी कांट्रेक्टर को 1961 – 62 श्रृंखला के दौरान वेस्टइंडीज में तेज गेंदबाज चार्ली ग्रिफीथ की गेंद सिर में लगी थी. उनके दिमाग की एक से अधिक आपात सर्जरी हुई और वह फिर टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल सके.
इसके अलावा समरसेट के खिलाफ अभ्यास मैच में आंख में चोट लगने के कारण दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर मार्क बूचर को 2012 में क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा था.