नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के पहले चेयरमैन और पूर्व बीसीसीआइ अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने अपने उपर लग रहे सभी आरोपों को गलत बताया. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की उनकी कंपनी इंडिया सीमेंट में भूमिका होने से इनकार किया है. साथ ही उन्होंने इंडिया सीमेंट्स में धौनी की भूमिका पर बात करने से इनकार किया है.
श्रीनिवासन ने आज साफ किया कि हितों के टकराव को लेकर उठ रहे सवालों के बावजूद भारतीय कप्तान को इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा जाएगा. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के भी अध्यक्ष श्रीनिवासन ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. इस मामले की सुनवाई फिलहाल उच्चतम न्यायालय में चल रही है. इससे पहले न्यायमूर्ति मुकुल मुदगल की समिति ने इस संबंध में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी थी.
श्रीनिवासन ने कहा, धौनी से इस्तीफा देने के लिए क्यों कहूं
आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में पूर्व बीसीसीआइ अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने एक बड़ा खुलासा किया है. श्रीनिवासन ने बताया कि उन्होंने चेन्नई टीम की फ्रेंचाइजी पूर्व बीसीसीआइ अध्यक्ष शरद यादव से पूछ कर खरीदी थी.
श्रीनिवासन ने कहा कि उस समय के बीसीसीआइ अध्यक्ष शरद पवार ने उन्हें सलाह दी थी कि फ्रेंचाइजी एक प्राइवेट कंपनी का हिस्सा है और उसे खरीदने में कोई दिक्कत नहीं है. श्रीनिवासन के इस नये खुलासे के बाद से एनसीपी अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार की परेशानी बढ़ सकती है.
इधर श्रीनिवासन ने आईपीएल प्रकरण से भारतीय क्रिकेट की छवि को नुकसान पहुंचा है इस बात से साफ इनकार किया है. उन्होंने कहा, मैं इससे सहमत नहीं हूं कि भारतीय क्रिकेट को इससे नुकसान पहुंचा है. ज्ञात हो कि श्रीनिवासन पर टिप्पणी करते हुए सु्प्रीम कोर्ट ने कहा था कि बीसीसीआइ ने क्रिकेट की हत्या कर दी है और स्पॉट फिक्सिंग से क्रिकेट की क्षवि खराब हुई है.
इधर श्रीनिवासन के वकील कपील सिब्बल ने कहा कि पूर्व बीसीसीआइ अध्यक्ष ने अपने दामाद गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ कार्रवाई की थी. सिब्बल ने कहा श्रीनिवासन की ओर से कोई भी गलती नहीं की है. उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग मामले में फंसे राजस्थान रॉयल के मालिक राज कुंद्रा के खिलाफ कार्रवाई की थी.
गौरतलब हो कि श्रीनिवासन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि श्रीनिवासन ने अध्यक्ष रहते हुए चेन्नई टीम की फ्रेंचाइजी खरीदी जो की हितों के साथ टकराव कामामला बनता है.