भारत की ओर से तेज आक्रमण की अगुवाई कर रहे हैं ईशांत शर्मा

ब्रिसबेन : भारतीय तेज गेंदबाजों के आपसी तालमेल और प्रदर्शन से गेंदबाजी कोच भरत अरुण काफी प्रभावित हैं. उन्‍होंने अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि भारतीय गेंदबाजों के बीच न सिर्फ आपसी तालमेल बेहतरीन है बल्कि ये लगातार तेज रफ्तार से गेंद भी डाल सकते हैं. अगस्त में जो डावेस के जाने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2014 4:13 PM

ब्रिसबेन : भारतीय तेज गेंदबाजों के आपसी तालमेल और प्रदर्शन से गेंदबाजी कोच भरत अरुण काफी प्रभावित हैं. उन्‍होंने अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि भारतीय गेंदबाजों के बीच न सिर्फ आपसी तालमेल बेहतरीन है बल्कि ये लगातार तेज रफ्तार से गेंद भी डाल सकते हैं.

अगस्त में जो डावेस के जाने के बाद इंग्लैंड दौरे के बीच से भारतीय टीम से जुडे अरुण इस अनुभव का पूरा मजा ले रहे हैं. उन्होंने बीसीसीआई टीवी से कहा , हमारे पास चार गेंदबाज हैं जो लगातार तेज रफ्तार से गेंद डाल सकते हैं. इसके अलावा इनका आपसी तालमेल भी बेहतरीन है. इनके बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है और ये एक दूसरे की सफलता का वाकई मजा लेते

उन्होंने कहा , जब एक गेंदबाज खराब फार्म में होता है तो दूसरा उसकी हौसलाअफजाई करता है. वे काफी समय साथ बिताते हैं. नेट पर, जिम में और शाम को भी. यह देखकर अच्छा लगता है. अनुभवी ईशांत शर्मा भले ही पिछले कुछ मैचों में पहले बदलाव के रुप में आये हों लेकिन अरुण का मानना है कि वह मोहम्मद शमी, वरुण आरोन और उमेश यादव की तिकडी की कमान संभाल रहा है.
उन्होंने कहा , ईशांत तेज आक्रमण की अगुवाई कर रहा है. गेंदबाज उससे सलाह लेते हैं और उसका असर कोच से अधिक होता है. सीनियर गेंदबाज सीधे खिलाडियों से बात करके अपने अनुभव से उन्हें टिप्स दे सकता है. भारत के लिये 1986-87 के बीच दो टेस्ट और चार वनडे खेल चुके तमिलनाडु के पूर्व मध्यम तेज गेंदबाज को एक तेज गेंदबाज की मानसिकता का पता है और उनका कहना है कि अलग अलग खिलाडियों के साथ अलग तरीके से पेश आना होता है.
अरुण ने कहा , ईशांत 60 टेस्ट मैच खेल चुका है और उसे पता है कि वह क्या कर रहा है. मेरा काम उसकी गेंदबाजी को नया आयाम देना है. मैने उससे बात की है और मैं उससे सीखने की कोशिश करता हूं. उन्होंने कहा , नये गेंदबाज के साथ आप ईशांत के अनुभव का इस्तेमाल करके उसे इस रुप में पेश कर सकते हैं जो उसकी शैली को रास आये. आपको यह पता करना होगा कि नये गेंदबाज किसे अपना रोलमाडल मानते हैं.
फिर उसके खेल के विभिन्न पहलुओं को लेकर आपको उन्हें बेहतर गेंदबाज के रुप में ढालना होगा.
उन्होंने अनुभवी स्पिनर आर अश्विन की भी तारीफ की. उन्होंने कहा , अश्विन के मामले में मेरा काम मार्गदर्शन देने का है. वह काफी चतुर गेंदबाज है और कई बार जब आपके पास काफी विविधता होती है तो आपको सिर्फ इतना पता करना होता है कि कब, किस गेंद का इस्तेमाल करना है. मैं उसे इसी पर राय देता हूं.

Next Article

Exit mobile version