नयी दिल्ली : भारतीय टीम के कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली के मौजूदा प्रदर्शन के बाद एक बार फिर से कप्तानी को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है. कई पूर्व क्रिकेटरों ने महेंद्र सिंह धौनी की जगह कोहली को पूर्ण रूप से टीम इंडिया की कमान सौंप दिये जानी की बहस छेड़ दी है.
इस बीच पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने इस मामले को और तूल न देते हुए बहस को विराम लगाने की मांग की है. गावस्कर ने भड़कते हुए कहा कि लोगों को कप्तानी को लेकर विवाद पैदा करने से खुद को बचाना चाहिए. महेंद्र सिंह धौनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार से ब्रिस्बेन में शुरु होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली की जगह जिम्मेदारी संभालेंगे.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में पहले टेस्ट मैच में कोहली के साहसिक फैसलों के बाद भारतीय कप्तानी को लेकर चर्चा शुरु हो गयी है. पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान इयान चैपल और मार्क टेलर का मानना है कि अब समय आ गया है जबकि धौनी की जगह कोहली को कप्तान बनाया जाना चाहिए. गावस्कर की सोच हालांकि इससे इतर है.
गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, हमें इसको लेकर विवाद पैदा नहीं करना चाहिए कि कौन कप्तान होगा क्योंकि चयनकर्ताओं ने श्रृंखला के लिये महेंद्र सिंह धौनी को कप्तान नियुक्त किया है. विराट कोहली कार्यवाहक कप्तान था और इसलिए बाकी बचे तीन मैचों में धौनी के कप्तान बनने को लेकर कोई बहस नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, हमें धौनी के लिये कोई मसला तैयार नहीं करना चाहिए लेकिन हमें खुश होना चाहिए कि कोहली ने अच्छी कप्तानी की. गावस्कर ने कोहली की आक्रामक कप्तानी की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, मैं आक्रामक कप्तान के पक्ष में हूं लेकिन थोड़ी सतर्कता बरतनी भी जरुरी है.
मैं आपसे कहना चाहता हूं कि अधिकतर रक्षात्मक कप्तान भी टेस्ट मैच जीतना चाहता है. केवल जब वे जीत नहीं सकते तभी ड्रॉ के लिये खेलते हैं. क्योंकि यदि आप टेस्ट ड्रा कराते हो तो आपके पास वापसी का मौका रहता है. उन्होंने कहा, मेरी निजी राय है कि जब रोहित शर्मा आउट हुआ तो फिर आक्रामकता के साथ सतर्कता बरतनी भी जरुरी थी.