कप्‍तान महेंद्र सिंह ने दिखाया आक्रामक तेवर, श्रृंखला में वापसी की उम्‍मीद जगायी

ब्रिसबेन : इंग्लैंड दौरे के दौरान चोटिल हुए भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी कल से ब्रिसबेन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले मैच में टीम की कप्तानी की कमान फिर से संभालेंगे. इससे पहले आज संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी टीम आक्रामक क्रिकेट खेलना जारी रखेगी ताकि कल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2014 1:45 PM

ब्रिसबेन : इंग्लैंड दौरे के दौरान चोटिल हुए भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी कल से ब्रिसबेन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले मैच में टीम की कप्तानी की कमान फिर से संभालेंगे. इससे पहले आज संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी टीम आक्रामक क्रिकेट खेलना जारी रखेगी ताकि कल से यहां शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट के जरिये श्रृंखला में वापसी कर सके.

विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम को एडीलेड टेस्ट में 48 रन से पराजय झेलनी पड़ी थी.अंगूठे की चोट से उबरकर वापसी कर रहे धौनी ने कहा, आक्रामक रवैया ही सही है. हमने लक्ष्य हासिल करने की कोशिश की जो महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, विराट कोहली और मुरली विजय के बीच साझेदारी की मदद से हम लक्ष्य के करीब पहुंच सके.

विजय के आउट होने के बाद कुछ विकेट जल्दी गिर गये और हम लक्ष्य हासिल नहीं कर पाये. वहां से मैच ड्रा कराना भी मुश्किल था लिहाजा हम सिर्फ जीत के लिए ही खेल सकते थे. धौनी ने कहा , आगे भी यही रवैया कायम रहेगा. इसके लिए अच्छी शुरुआत, अच्छी साझेदारियां और बड़ा स्कोर जरूरी है. लय हासिल करने के बाद ही आप तय कर सकते हैं कि आगे क्या करना है. भारतीय टीम में से कोई खिलाड़ी इस मैदान पर टेस्ट नहीं खेला है. धौनी भी टीम में वापसी कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि यह ब्रेक उनके लिए जरूरी था.

उन्होंने कहा , मुझे इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला के दौरान चोट लगी थी. मुझे लगा था कि खेलने के साथ यह चोट ठीक हो जायेगी लेकिन चैंपियंस लीग और वनडे खेलने के बाद मैंने देखा कि यह और खराब हो गयी है. उस समय यह अहम फैसला था क्योंकि यह श्रृंखला काफी महत्वपूर्ण है और इसके बाद विश्व कप है लिहाजा मैंने 20 – 25 दिन का ब्रेक लिया जो अच्छा रहा.
धौनी ने कोहली की नेतृत्व क्षमता की तारीफ की और कहा कि उसकी शैली उनसे जुदा है. उन्होंने कहा , उसने एक बल्लेबाज ही नहीं बल्कि कप्तान के रूप में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है. वह आक्रामक कप्तान है और मुझसे उसकी शैली अलग है लेकिन आखिर में सभी खिलाड़ी एक जैसे कप्तान नहीं होते. दूसरे टेस्ट की पिच के बारे में उन्होंने कहा , यह एडीलेड की पिच से अलग होगी. इस पर तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी.

यह अच्छी विकेट लग रही है लेकिन इस पर स्पिनरों की ज्यादा भूमिका नहीं होगी लेकिन आगे पैरों के निशान के कारण ऑफ स्पिनरों को मदद मिल सकती है. उन्होंने आर अश्विन को अंतिम एकादश में शामिल करने के संकेत दिये. उन्होंने कहा ,अश्विन निचले क्रम पर अच्छी बल्लेबाजी कर सकता है जो जरूरी है क्योंकि हमने देखा है कि निचले क्रम के बल्लेबाज जल्दी आउट हो जाते हैं. अश्विन के होने से वह दूसरे छोर पर खेल रहे बल्लेबाज की मदद कर सकता है.

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