गाबा में टीम इंडिया को अब भी पहली जीत का इंतजार

ब्रिस्बेन : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार से दूसरा टेस्‍ट मैच खेला जाएगा. ऑस्‍ट्रेलिया के जिन पांच मैदानों पर भारतीय टीम ने अब तक टेस्ट मैच खेले हैं उनमें गाबा एकमात्र ऐसा मैदान है जहां उसे अब भी अपनी पहली जीत का इंतजार है. भारत ने मेलबर्न में दो तथा सिडनी, एडिलेड और पर्थ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2014 3:31 PM

ब्रिस्बेन : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार से दूसरा टेस्‍ट मैच खेला जाएगा. ऑस्‍ट्रेलिया के जिन पांच मैदानों पर भारतीय टीम ने अब तक टेस्ट मैच खेले हैं उनमें गाबा एकमात्र ऐसा मैदान है जहां उसे अब भी अपनी पहली जीत का इंतजार है.

भारत ने मेलबर्न में दो तथा सिडनी, एडिलेड और पर्थ में एक-एक टेस्ट मैच जीता है लेकिन ब्रिस्बेन में उसने अब तक जो पांच टेस्ट मैच खेले हैं उनमें से चार में उसे हार मिली जबकि एक मैच ड्रॉ रहा है. उसने 2003-04 में यहां टेस्ट मैच ड्रॉ करवाया था.

इसके विपरीत ऑस्ट्रेलिया के लिये गाबा सबसे भाग्यशाली मैदानों में से एक रहा है. पिछले 25 वर्षों से भी अधिक समय में उसने यहां एक भी मैच नहीं गंवाया है. इस बीच उसने यहां जो 24 टेस्ट मैच खेले उनमें 18 में उसे जीत मिली जबकि बाकी छह मैच ड्रॉ रहे. यह पिछले 25 वर्षों में किसी भी टीम का अपने घरेलू मैदान पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
यही नहीं गाबा की पिच तेज गेंदबाजों को मदद देने के लिये मशहूर रही है. ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को यहां का विकेट खूब रास आता है. ऑस्ट्रेलिया ने गाबा में अब तक 56 मैच खेले हैं जिनमें उसने 89 तेज या मध्यम गति के गेंदबाजों का उपयोग किया जिन्होंने 657 विकेट लिये. इस बीच ऑस्ट्रेलिया ने 56 स्पिनरों को आजमाया जो 261 विकेट ही ले पाये. इनमें अकेले शेन वार्न 11 मैचों में 68 विकेट लिये.
यदि भारतीय गेंदबाजों की बात करें तो भारत ने गाबा में केवल पांच टेस्ट मैच खेले. इनमें उसने 21 तेज या मध्यम गति के गेंदबाजों को आजमाया जिनमें वे 41 विकेट लेने में सफल रहे. भारत ने हालांकि 24 स्पिनरों को भी गेंद सौंपी जिन्होंने केवल 26 विकेट हासिल किये.

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