श्रीलंका के दिमुथ करुणारत्ने का शतक, न्यूजीलैंड का पलडा अब भी भारी
क्राइस्टचर्च : सलामी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने ने टेस्ट क्रिकेट में आज अपना पहला टेस्ट शतक जमाया लेकिन इसके बावजूद न्यूजीलैंड ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन भी अपना पलडा भारी रखा. बायें हाथ के बल्लेबाज करुणारत्ने के 152 रन की मदद से श्रीलंका ने फालोआन करने के बाद तीसरे दिन […]
क्राइस्टचर्च : सलामी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने ने टेस्ट क्रिकेट में आज अपना पहला टेस्ट शतक जमाया लेकिन इसके बावजूद न्यूजीलैंड ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन भी अपना पलडा भारी रखा.
बायें हाथ के बल्लेबाज करुणारत्ने के 152 रन की मदद से श्रीलंका ने फालोआन करने के बाद तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में पांच विकेट पर 293 रन बनाये हैं लेकिन वह अब भी न्यूजीलैंड से दस रन पीछे है. न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 441 रन बनाये थे जिसके जवाब में श्रीलंका 138 रन पर ढेर हो गया था. न्यूजीलैंड को इस तरह से 303 रन की बढत मिली थी.
करुणारत्ने के अलावा कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ही न्यूजीलैंड के गेंदबाजों का डटकर सामना कर पाये. वह अब भी 53 रन बनाकर खेल रहे हैं. उनके साथ दूसरे छोर पर तारिंदु कौशल (नाबाद पांच) खडे हैं. करुणारत्ने ने अपनी आठ घंटे से अधिक समय तक चली पारी में 363 गेंद खेली और 17 चौके लगाये. न्यूजीलैंड के सबसे सफल गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट (62 रन देकर तीन विकेट) ने उन्हें बोल्ड किया. इससे मैथ्यूज के साथ उनकी चौथे विकेट के लिये 96 रन की साझेदारी का अंत भी हुआ.
श्रीलंका ने सुबह बिना किसी नुकसान के 84 रन से अपनी पारी आगे बढायी लेकिन जल्द ही कौशल सिल्वा (33) और कुमार संगकारा (एक) के विकेट गंवा दिये जिससे स्कोर दो विकेट पर 94 रन हो गया. सिल्वा ने दिन के पहले ओवर में ही टिम साउथी (54 रन पर एक विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर बीजे वाटलिंग को कैच दिया. बोल्ट ने अनुभवी बल्लेबाज संगकारा को मैच में दूसरी बार नहीं टिकने दिया. इस साल बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले संगकारा को इस तरह से 12 हजार रन के क्लब में शामिल होने के लिये अब भी छह रन की जरुरत है.
इससे लगने लगा कि मैच तीसरे दिन समाप्त हो सकता है लेकिन करुणारत्ने और लाहिरु तिरिमाने (25) ने तीसरे विकेट के लिये 87 रन जोडकर टीम को संकट से बाहर निकालने की कोशिश की. जेम्स नीशाम ने तिरिमाने को वाटलिंग के हाथों कैच कराया लेकिन करुणारत्ने ने एक छोर संभाले रखा.
उन्होंने अपने तीखे तेवरों पर अंकुश लगाकर संयमित पारी खेली और 255 गेंदों पर अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया. इससे पहले उनका सर्वोच्च स्कोर 85 रन था जो पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में बनाया था. विशेषज्ञ बल्लेबाज के रुप में खेल रहे निरोशन डिकवेला (चार) ने भी लगातार दूसरी पारी में निराश किया. उन्हें बोल्ट ने तीसरी स्लिप में नीशाम के हाथों कैच कराया.