रणजी ट्रॉफी : वीरेंद्र सहवाग ने जड़ा शानदार शतक, विरोधियों को दिया करारा जवाब
नयी दिल्ली : विश्व कप 2015 से बाहर किये गये खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग का बल्ला अंतत: अपना मुंह खोल दिया है. सहवाग ने मौजूदा रणजी ट्रॉफी मैच में आज शानदार प्रदर्शन करते हुए शतक जड़ा है. वीरेंद्र सहवाग अपने होम ग्राउंड फिरोज शाह कोटला मैदान में खेलते हुए 148 गेंद में 105 रनों की पारी […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
December 29, 2014 5:35 PM
नयी दिल्ली : विश्व कप 2015 से बाहर किये गये खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग का बल्ला अंतत: अपना मुंह खोल दिया है. सहवाग ने मौजूदा रणजी ट्रॉफी मैच में आज शानदार प्रदर्शन करते हुए शतक जड़ा है. वीरेंद्र सहवाग अपने होम ग्राउंड फिरोज शाह कोटला मैदान में खेलते हुए 148 गेंद में 105 रनों की पारी खेली. इस पारी में उन्होंने शानदार 14 चौके जड़े.
रणजी ट्रॉफी में अब-तक सहवाग का प्रदर्शन संतोषजनक रहा है. पहले दो मैचों में सहवाग ने 9 और 64 रनों की पारी खेली है. लेकिन आज उन्होंने संभलकर खेलते हुए शानदार शतक लगाया है. वीरेंद्र सहवाग का यह शतक न केवल उनके कैरियर के लिए खास बल्कि उन्होंने आज के प्रदर्शन से विश्व कप चयनकर्ताओं को भी जवाब दे दिया है. ज्ञात हो कि आगामी विश्व कप 2015 के लिए विश्व कप के लिए भारतीय टीम में वीरेंद्र सहवाग को जगह नहीं दिया गया है.
सहवाग के अलावा हरभजन सिंह,युवराज सिंह,गौतम गंभीर और जहिर खान को भी विश्व कप टीम में जगह नहीं दिया गया है. इन खिलाडियों के नहीं चुने जाने के बाद इसके कैरियर पर प्रशनचिह्न खड़ा हो गया था.
* सहवाग के अलावा उन्मुक्त के शतक, दिल्ली का बडा स्कोर
वीरेंद्र सहवाग ने फार्म में वापसी करते हुए आज यहां इस सत्र का पहला सैकडा जडा जबकि उन्मुक्त चंद ने लगातार दूसरे मैच में शतकीय पारी खेली जिससे दिल्ली ने रणजी ट्रॉफी ग्रुप बी क्रिकेट मैच में आज यहां गुजरात के खिलाफ अपनी पहली पारी छह विकेट पर 425 रन बनाकर समाप्त घोषित की.
सहवाग ने 148 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से 105 रन बनाये जो प्रथम श्रेणी मैचों में उनका 40वां शतक है. उन्मुक्त ने सुबह अपनी पारी 97 रन से आगे बढायी और उन्होंने भी 105 रन बनाये. मिथुन मन्हास ने 44 और सुमित नारवाल ने 37 रन का योगदान दिया.
दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर ने कोहरे से प्रभावित मैच के दूसरे दिन गुजरात को बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित करने के लिये अपनी पारी समाप्त घोषित कर दी. उनका फैसला कुछ हद तक सही भी रहा क्योंकि गुजरात ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने एक विकेट गंवाकर 34 रन बनाये हैं और वह अब भी दिल्ली से 391 रन पीछे है.
शिवम शर्मा ने समित गोहेल (15) को पगबाधा आउट किया. स्टंप उखडने के समय कप्तान प्रियांक पांचाल (13) और प्रांजल सुतारिया (एक) क्रीज पर थे. सुबह दिल्ली ने अपनी पहली पारी एक विकेट पर 178 रन से आगे बढायी. उन्मुक्त को शतक पूरा करने के लिये तीन रन की दरकार थी. वह काफी समय तक 99 रन पर अटके रहे लेकिन आखिर में लगातार दूसरे मैच में सैकडा जडने में सफल रहे. यह युवा बल्लेबाज शतक पूरा करने के बाद ही कुशांग पटेल की गेंद पर कैच देकर पवेलियन लौट गया. उन्होंने 227 गेंद खेली तथा 13 चौके और चार छक्के लगाये.
सहवाग ने हालांकि दूसरे छोर से रन बटोरने जारी रखे और भारतीय सरजमीं पर नवंबर 2012 के बाद पहला शतक जडने में सफल रहे. एमसीसी और डरहम के बीच अबुधाबी में खेले गये मैच के बाद से सहवाग रन बनाने के लिये जूझ रहे थे लेकिन आज फिरोजशाह कोटला में उन्होंने अपना पुराना रंग दिखाया.
वह भी शतक पूरा करने के बाद अधिक देर तक नहीं टिक पाये और सुतारिया (103 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर कैच देकर पवेलियन लौटे. दिल्ली ने इससे पहले मन्हास का विकेट गंवाया जिनके साथ सहवाग ने तीसरे विकेट के लिये 106 रन की साझेदारी की. नारवाल ने अपने फिर से अपने तूफानी तेवर दिखाये और 28 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके और तीन छक्के लगाये. गुजरात की तरफ से सुतारिया और जेसल कारिया ने दो-दो विकेट लिये.