नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने आज टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने का फैसला करके लोगों को चौंका दिया. धौनी के फैसले के बाद कई सवाल उठने लगे हैं, क्या उनपर कप्तानी छोड़ने का फैसला जल्दबाजी में लिया, क्या उनपर कप्तानी छोड़ने का दबाव था.
हालांकि धौनी के इस फैसले पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सफाई दी है. बीसीसीआई के सचिव संजय पटेल का कहना है कि यह जल्दबाजी में लिया गया फैसला नहीं है बल्कि बहुत ही आत्ममंथन और विचार विमर्श के बाद किया गया है.
पटेल ने धौनी के साथ हुई इस बारे में हुई बातचीत के बारे में ज्यादा कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. पटेल ने स्वीकार किया कि वे जानते थे कि धौनी क्रिकेट के एक प्रारुप को छोडना चाहते थे ताकि वे अन्य दो प्रारुपों पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकें.
धौनी बहुत की व्यावहारिक व्यक्ति हैं आज उसने मेलबर्न में टेस्ट मैच के बाद टेलीफोन किया था और बताया कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना चाहता है. मैने तुरंत पूछा, क्यों क्या हुआ चोटिल हो या और कुछ. उसने शांत हो कर जवाब दिया, नहीं मैं अच्छे के लिये ही टेस्ट क्रिकेट छोडना चाहता हूं.
पटेल ने कहा वह भारतीय टीम का कप्तान है मुझे उसकी व्यक्तिगत पसंद का सम्मान करना चाहिये. पटेल ने कहा कि उन्होंने धौनी से फिर पूछा कि क्या उसका यह फैसला अन्तिम है तब उसने कहा, कृपया रुकें मै इस बारे में साथियों को बताता हूं उसके बाद आप अधिकृत घोषणा कर सकते हैं और उसने वापस मुझे बताया कि उसने टीम के खिलाडियों को इस बारे में बता दिया है आप इस बारे घोषणा कर सकते हैं.