सिडनी : भारत के नये टेस्ट कप्तान विराट कोहली पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का सिलसिला जारी रखते हुए ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने आज कहा कि वह देखना चाहते हैं कि यहां होने वाले चौथे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट में कोहली कितने आक्रामक कप्तान साबित होते हैं.
उन्होंने कहा , मैं उसे देखना चाहता हूं कि वह पिछले टेस्ट की तरह की आक्रामकता दिखाता है या नहीं. महेंद्र सिंह धौनी के टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने के बाद कोहली टीम की कमान संभालेंगे. वार्नर ने कहा , एम एस (धौनी) खेल के बारे में काफी सोचते हैं और उन्हें इसकी काफी समझ है. उन्हें पता है कि बल्लेबाज को आउट कैसे करना है. वह काफी चतुर कप्तान है.
उन्होंने कहा , उनके सामने खेलना काफी चुनौतीपूर्ण रहा है क्योंकि आपके दिमाग में यह हमेशा रहता है कि पता नहीं आज वह कौन सा दाव चलेंगे. श्रृंखला के आक्रामक माहौल के बारे में वार्नर ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को मर्यादा नहीं लांघनी चाहिये लेकिन स्वीकार किया कि वह खुद ऐसा कर चुके हैं.
उन्होंने कहा , मैं खुद अतीत में कई बार सीमा लांघ चुका हूं. सिर्फ भारतीय टीम ही नहीं , हम भी ऐसा करते हैं , ऐसे ही विकेट का जश्न मनाते हैं. हम सभी को ध्यान में रखना चाहिये कि अति उत्साहित ना हों. वार्नर ने कहा , सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप इसकी तरफ पीठ करके विकेट लेकर जवाब दें क्योंकि ऐसे में आखिर में जीत आपकी होगी.
उन्होंने कहा , मुझे पता है कि मुझे सीखना होगा. मैने अतीत में भी इससे सीखा है लेकिन मुझे लगता है कि हम सभी मुझसे सबक ले सकते हैं. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि मिशेल जानसन चौथा टेस्ट नहीं खेल रहे हैं लिहाजा मैदान पर विरोधी टीम के खिलाफ छींटाकशी में उनका साथ नहीं मिल सकेगा.
वार्नर ने कहा , मुझे नहीं पता कि आगे मैं छींटाकशी कैसे करुंगा. वह मेरा साथ देता है. मिशेल में वह एक्स फैक्टर है. विरोधी बल्लेबाज कई बार आतंकित हो जाते हैं कि उन्हें तीन या पांच ओवर मिशेल को खेलना है जो काफी कठिन होगा. उन्होंने कहा , हमारे पास हालांकि मिशेल स्टार्क जैसे गेंदबाज हैं जो 150 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं. पैट कमिंस और जोश हेजलवुड भी 140 की गति से गेंद फेंकने में माहिर हैं.