क्या सिडनी में बिशन सिंह बेदी के इतिहास को दोहरा पायेंगे कोहली ?
सिडनी : 6 जनवरी से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा और अंतिम टेस्ट मैच खेला जायेगा. दोनों टीमों ने अंतिम टेस्ट मैच की लगभग तैयारी पूरी कर ली है. भारत के लिहाज से यह टेस्ट मैच खास है. खास इस मामले में क्योंकि इस टेस्ट मैच में विराट कोहली पूर्णरूप से टीम इंडिया की […]
सिडनी : 6 जनवरी से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा और अंतिम टेस्ट मैच खेला जायेगा. दोनों टीमों ने अंतिम टेस्ट मैच की लगभग तैयारी पूरी कर ली है. भारत के लिहाज से यह टेस्ट मैच खास है. खास इस मामले में क्योंकि इस टेस्ट मैच में विराट कोहली पूर्णरूप से टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे.
महेंद्र सिंहधौनीके अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बाद विराट कोहली को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है. अब युवा खिलाड़ी के हाथ में भारतीय टेस्ट क्रिकेट का भार है. टेस्ट मैच को अनुभव के खेल से जोड़ा जाता है. तभी तो मंजे हुए खिलाडियों को ही टेस्ट टीम में जगह दी जाती है.
टेस्ट क्रिकेट में धैर्य की परीक्षा होती है. टीम इंडिया के नये कप्तान विराट कोहली आक्रामकता के लिए जाने जाते हैं. कोहली मैदान में काफी एग्रेसिव खेल का परिचय देते हैं. इधर ऑस्ट्रेलियाई टीम 2-0 की बढ़त लेकर पहले ही मेहमान टीम पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनायी हुई है. उपर सेऑस्ट्रेलियाई टीमसिडनी टेस्ट को जीत कर दिवंगत क्रिकेटर फिलिप ह्यूज को श्रद्धांजलि देना चाहेंगे. कंगारु कप्तान स्टीव स्मिथ नये कप्तान विराट कोहली को रह-रह कर चुनौती दे रहे हैं. स्मिथ ने एक बयान में कहा कि वह देखना चाहेंगे की विरट कोहली कितने आक्रामक कप्तान हैं.
* विराट की चुनौती
कहा जा रहा है कि सिडनी टेस्ट विराट कोहली की टेस्ट है. अगर यहां से सफल होते हैं तो जंग जीत लेंगे और अगर असफल रहते हैं तो उन्हें विरोध का सामना भी करना पड़ सकता है. विराट कोहली काफी आलोचनाओं में भी रहे हैं. ऐसे में अपने आचोलकों को करारा जवाब देने का यही एक शानदार मौका है.
धौनी के संन्यास के बाद सभी की नजरें विराट कोहली के प्रदर्शन और फैसलों में रहेगी. धौनी की कप्तानी में भारतीय टीम को जीत का स्वाद मिल चुका है वैसे में विराट को इस टेस्ट में जीत हासिल करने का दबाव रहेगा.
खबर में चाहे जान हो या नहीं, लेकिन यह तो है कि शिखर धवन और विराट कोहली के बीच कुछ तो मामला था. वैसे में कोहली की कप्तानी में धवन कितना सही प्रदर्शन कर पाते हैं देखने वाली बात होगी. हालांकि धवन की ओर से बयान आया था कि वह देश के लिए खेलते हैं और दुनिया के किसी भी गेंदबाज से वह नहीं डरते हैं. तो इस माहौल में टीम को एकता के सूत्र में बांधते हुए सफलता अर्जित करना बड़ी बात है.
* सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में भारतीय टीम का प्रदर्शन
भारत के लिहाज से सिडनी ग्राउंड अच्छा नहीं रहा है. इस ग्राउंड में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभी तक दस टेस्ट मैच खेले हैं. जिसमें पांच मैचों में करारी हार का सामना करना पड़ा, चार मैच ड्रॉ रहे और केवल एक मैच में जीत का स्वाद चखा. 1978 में बिशन सिंह बेदी की अगुवाई में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पारी और दो रन से हराया था. उसके बाद से भारतीय टीम को यहां जीत नहीं मिली है. अब देखना है कि कोहली क्या इतिहास बदल पायेंगे.
* एक नजर सिडनी ग्राउंड में खेले गये टेस्ट इतिहास पर
1. पहला टेस्ट – 12-18 दिसंबर 1947 में पहला टेस्ट मैच खेला गया था. यह मैच खास इस लिए था कि इसी वर्ष भारत को स्वतंत्रता मिली थी. बहरहाल भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ ड्रॉ खेला था.
2. दूसरा टेस्ट – भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच 26 -31 जनवरी 1968 के बीच खेला गया था. इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने एक पारी और 144 रनों से जीत लिया था.
3. तीसरा टेस्ट – तीसरा टेस्ट मैच जनवरी 7-12, 1978 में खेला गया था. इसी मैच में भारत को पहली और आखिरी जीत मिली. बिशन सिंह बेदी के नेतृत्व में खेले गये मैच में भारत ने एक पारी और दो रनों से मैच को जीत लिया था.
4. चौथा टेस्ट – चौथा टेस्ट 2-4 जनवरी 1981 में हुआ. इस मैच को भी ऑस्ट्रेलिया ने पारी और 4 रनों से जीत लिया था.
5. पांचवां टेस्ट – पांचवां टेस्ट मैच जनवरी 2-6, 1986 के बीच हुआ. यह टेस्ट मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ.
6. छठा टेस्ट – छठा टेस्ट मैच जनवरी 2-6, 1992 में खेला गया. यह टेस्ट भी ड्रॉ रहा.
7; सातवां टेस्ट – सातवां टेस्ट मैच जनवरी 2 से 6 जनवरी 2000 के बीच खेला गया. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को रौंदकर पारी और 141 रन से जीत लिया.
8. आठवां टेस्ट – आठवां टेस्ट मैच दो जनवरी से 6 जनवरी 2004 के बीच खेला गया. यह मैच ड्रॉ रहा.
9. नौवां टेस्ट – नौवां टेस्ट मैच 2 जनवरी से 6 जनवरी 2008 के बीच हुआ. जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 122 रन से मैच पर कब्जा कर लिया था.
10. दसवां टेस्ट – दसवां टेस्ट मैच 3 जनवरी से 6 जनवरी 2012 तक चला था. जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पारी और 68 रन से हराया था. इस मैच में कप्तानी महेंद्र सिंह धौनी ने किया था.