सिडनी : भारत ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पांचवें और अंतिम दिन टूटती पिच पर विषम परिथितियों से उबरते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा और अंतिम टेस्ट ड्रॉ कराया. हालांकि मेजबान टीम सीरीज 2-0 से जीतने में सफल रही.
ऑस्ट्रेलिया के 349 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने अच्छी शुरुआत की. अंतिम सत्र में हालांकि उसने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाये, लेकिन अंत में टीम 89.5 ओवर में सात विकेट पर 252 रन बना कर मैच ड्रॉ कराने में सफल रही. चाय तक भारत दो विकेट पर 160 रन बना कर अच्छी स्थिति में था और उसे अंतिम सत्र में जीत के लिए 33 ओवर में 189 रन की दरकार थी.
अंतिम सत्र में हालांकि पासा पलट गया, जब भारत ने जल्दी-जल्दी मुरली विजय (80), फॉर्म में चल रहे कप्तान विराट कोहली (46), सुरेश रैना (00), रिद्धिमान साहा (00) और रविचंद्रन अश्विन (01) के विकेट गंवा दिये, जिससे ऑस्ट्रेलिया की जीत की उम्मीद जाग गयी थी. लेकिन, अजिंक्य रहाणे (नाबाद 38) व भुवनेश्वर कुमार (नाबाद 20) ने तनाव भरे लगभग 12 ओवर तक डटे रह कर मैच ड्रॉ करा दिया.
इससे पहले भारत को पूरी सीरीज के दौरान अपने गेंदबाजों के खराब प्रदर्शन के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड और ब्रिसबेन में जीत के साथ सीरीज 2-0 से जीत कर एक बार फिर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की. मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट ड्रॉ रहा था.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पारी शुक्रवार के छह विकेट पर 251 रन के स्कोर पर ही घोषित की. इससे भारत को सीरीज में अपनी पहली जीत दर्ज करने के लिए 90 ओवर में 349 रन का मुश्किल लक्ष्य मिला. भारत ने जल्द ही युवा सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (16) का विकेट गंवा दिया. फिर विजय और रोहित शर्मा (39) ने दूसरे विकेट के लिए 56 रन जोड़ कर पारी को संभाला. विजय ने पारी के दसवें ओवर में लायन की गेंद पर 16 रन जुटाये. लंच तक भारत ने एक विकेट पर 73 रन बनाये थे. लंच के बाद भारत ने रोहित का विकेट गंवाया. चायकाल तक भारत ने दो विकेटों पर 160 रन बनाये. विजय और विराट के आउट होने से भारत काफी दबाव में आ गया था.