भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गयी चार मैचों की श्रृंखला ऑस्ट्रेलिया ने 2-0 से जीत ली. एडीलेड और ब्रिसबेन में खेले गये पहले दो मैच को ऑस्ट्रेलिया ने जीता था, लेकिन मेलबर्न और सिडनी में खेले गये मैच को भारत ने विपरीत परिस्थितियों में भी बचा लिया और यह दोनों मैच ड्रा खेला गया. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गयी यह श्रृंखला कई मायनों में अहम थी. यहां हम कुछ बातों का जिक्र कर रहे हैं, जिसके कारण यह श्रृंखला हमेशा याद की जायेगी.
फिलिप ह्यूज की मौत : श्रृंखला के पहले युवा ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी फिलिप ह्यूज की बाउंसर लगने से मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद इस सीरीज पर ग्रहण लगता नजर आ रहा था, लेकिन बाद में सीरीज को डेट बढ़ाकर शुरू किया गया. इस दुर्घटना के बाद खिलाड़ी मानसिक रूप से खेलने के लिए तैयार नहीं हो पा रहे थे.
महेंद्र सिंह धौनी का संन्यास : मेलबर्न टेस्ट के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. उनका यह निर्णय सबको चौंकाने वाला था, लेकिन उन्होंने तत्काल प्रभाव से संन्यास की घोषणा की. वे 90 टेस्ट मैच खेल चुके थे.
विराट कोहली ने तोड़े कई रिकॉर्ड : विराट कोहली इस पूरी श्रृंखला में पूरे फॉर्म में नजर आये. उन्होंने चार मैचों की श्रृंखला में चार शतक जड़े. उन्होंने एक सीरीज में चार शातक जड़ने के सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड की बराबरी की, तो रन बनाने के मामले में राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण को पीछे छोड़ दिया. विराट कोहली ने इस श्रृंखला में 692 रन बनाये.
स्टीवन स्मिथ ने तोड़ा ब्रैडमैन का रिकॉर्ड : ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने सर डान ब्रैडमैन के एक श्रृंखला में सर्वाधिक रन बनाने के रिकॉर्ड को तोड़ा. स्मिथ ने 770 रन इस सीरीज में बनाये.
आर अश्विन ने 100 विकेट के साथ 1000 रन पूरे किये: रामचंद्रन अश्विन नौवें भारतीय गेंदबाज हैं, जिन्होंने सौ विकेट लेने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन भी बनाये हैं. अश्विन का यह रिकॉर्ड उन्हें एक अच्छे गेंदबाज के साथ ही अच्छा बल्लेबाज भी साबित करता है.