नयी दिल्ली : क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने बीसीसीआई पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की फोटो छापने का आरोप लगाया और इस मामले में देश के प्रथम नागरिक से हस्तक्षेप करने की अपील की.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजे गये पत्र में वर्मा ने कहा कि उनकी और प्रधानमंत्री की फोटो छापकर बीसीसीआई ने उन्हें अनावश्यक विवाद में घसीटा है.
वर्मा ने अपने पत्र में लिखा है, बीसीसीआई की हाल में 2013 – 14 की वार्षिक रिपोर्ट में क्रिकेट बोर्ड ने अपने कवर पेज पर बिना किसी पूर्व अनुमति के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की फोटो छापी है. उन्होंने कहा, यह बीसीसीआई का इन दो महान नेताओं को अनावश्यक विवाद में घसीटने का प्रयास है. बोर्ड के 87 साल के इतिहास में कभी वार्षिक रिपोर्ट में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के फोटोग्राफ का उपयोग नहीं किया गया. वर्मा ने आग्रह किया है कि राष्ट्रपति इस मामले में गौर करें.
उन्होंने कहा, बीसीसीआई अपने शीर्ष पदाधिकारियों के आईपीएल सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के कारण विवादों से घिरा हुआ है और ऐसे में वह सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश कर रहा है. वर्मा ने कहा, मेरा आपसे विनम्र निवेदन है इस मामले पर गौर करें क्योंकि बीसीसीआई ने दो दिग्गज नेताओं की पूर्व अनुमति लेने का बुनियादी शिष्टाचार दिखाये बिना गंभीर अपराध किया है.