भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का टेस्ट क्रिकेट से जाना अभी तक सवाल बना हुआ है. जिस तरह से धौनी ने टेस्ट क्रिकेट से अपने को अलग किया है, वह किसी को पच नहीं रहा है.धौनी ने भारतीय क्रिकेट को शिखर तक ले जाने का काम किया है. उन्होंने क्रिकेटरों में खेल के प्रति एक नयी सोच पैदा की.
धौनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जब से कदम रखा, एक के बाद एक सफलता उनको मिलती गयी. उनका साथ उनका भाग्य भी देता गया. उन्होंने भारत को पहले टी-20 विश्व कप जीत कर दिया, फिर सबसे बड़ी सफलता उन्होंने भारत को दूसरा विश्व कप दिलाया. इस उपलब्धि को हासिल करने में भारत को 28 सालों तक तपस्या करना पड़ा.
धौनी न केवल एक अच्छे कप्तान साबित हुए बल्कि वह एक अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाज भी हैं. भारतीय टीम को एक लंबे समय के बाद एक ऐसा विकेटकीपर मिला जो न केवल विकेट के पीछे अच्छा प्रदर्शन करता हो, बल्कि टीम के लिए रन भी बनाता हो. धौनी ने भारतीय टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज की कमी को पुरा कर दिया.
लेकिन अब सवाल उठता है कि धौनी जब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं तो वैसे में कौन खिलाड़ी उनकी जगह लेगा. क्या वह धौनी की तरह विकेटकीपिंग के साथ-साथ बल्लेबाजी भी कर सकेगा. शायद अभी यह सवाल ही बना रहेगा.
बहरहाल एक नजर दुनिया के पांच सफल विकेटकीपरों में
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मार्क बाउचर दुनिया के सबसे सफल विकेटकीपर हैं. उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के ही एडम क्रेग गिलक्रिस्ट का नंबर आता है. तीसरे स्थान पर भी ऑस्ट्रेलिया के ही विकेटकीपर इयान एंड्रयू हील, चौथे स्थान पर भी ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाड़ी रॉडने विलियम मार्श हैं. पांचवें स्थान पर महेंद्र सिंह धौनी का स्थान आता है. यानी दुनिया के पांचवें बेस्ट विकेटकीपरों में धौनी का नाम आता है.
मार्क बाउचर (ऑस्ट्रेलिया) – 147 मैच, 555 शिकार, जिसमें 532 कैच और 23 स्टंपिंग
एडम क्रेग गिलक्रिस्ट (ऑस्ट्रेलिया) – 96 मैच, 416 शिकार, जिसमें 379 कैच और 37 स्टंपिंग
इयान एंड्रयू हील (ऑस्ट्रेलिया) – 119 मैच, 395 शिकार, जिसमें 366 कैच और 29 स्टंपिंग
रॉडने विलियम मार्श (ऑस्ट्रेलिया) – 96 मैच, 355 शिकार, जिसमें 343 कैच और 12 स्टंपिंग
महेंद्र सिंह धौनी (भारत) – 90 मैच, 294 शिकार, जिसमें 256 कैच और 38 स्टंपिंग( वर्ल्ड रिकार्ड)
भारत के पांच सफल विकेट कीपर
महेंद्र सिंह धौनी – 90 मैच, 294 शिकार, जिसमें 256 कैच और 38 स्टंपिंग( वर्ल्ड रिकार्ड)
सैयद मुजतबा हुसैन किरमानी – 88 मैच, 198 शिकार, जिसमें 160 कैच और 38 स्टंपिंग
किरन मोरे – 49 मैच, 130 शिकार, जिसमें 110 कैच और 20 स्टंपिंग
नयन रामलाल मोंगिया – 44 मैच, 107 शिकार, जिसमें 99 कैच और 8 स्टंपिंग
फारूख इंजीनियर – 46 मैच, 82 शिकार, जिसमें 66 कैच और 16 स्टंपिंग