रियो खेलों से पहले भारतीय खिलाड़ियों के सामने रैंकिंग में सुधार करने की चुनौती

मुंबई : मुख्य राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि अगले साल होने वाले रियो ओलंपिक से पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के सामने मई 2016 की कट ऑफ तारीख से पहले अपनी रैंकिंग में सुधार करने की कड़ी चुनौती है. गोपीचंद ने यहां एक प्रचार कार्यक्रम के दौरान कल यहां कहा, यह भले ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2015 12:38 PM

मुंबई : मुख्य राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि अगले साल होने वाले रियो ओलंपिक से पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के सामने मई 2016 की कट ऑफ तारीख से पहले अपनी रैंकिंग में सुधार करने की कड़ी चुनौती है.

गोपीचंद ने यहां एक प्रचार कार्यक्रम के दौरान कल यहां कहा, यह भले ही ओलंपिक वर्ष नहीं हो लेकिन देश के लिए ओलंपिक खेलों में स्वत: जगह बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण वर्ष है क्योंकि खिलाड़ियों को मई 2016 तक एकल रैंकिंग में शीर्ष 16 में जगह बनाने की जरूरत है. विश्व बैडमिंटन महासंघ के नियमों के मुताबिक अगर किसी देश के खिलाड़ी कट ऑफ तारीख तक शीर्ष 16 में जगह बनाते हैं तो उसे दो स्थान आवंटित किये जाते हैं.
गोपी ने साथ ही कहा कि दुनिया के चौथे नंबर के पुरुष एकल खिलाड़ी के श्रीकांत के सामने अब कड़ी चुनौती है. वह साथ ही चाहते हैं कि साइना नेहवाल और पीवी सिंधू साथ मिलकर दुनिया की खिलाड़ियों को चुनौती दें.

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