IPL स्‍पॉट फिक्सिंग : श्रीनिवासन की हिटलरशाही पर सुप्रीम कोर्ट ने कसी लगाम

एन श्रीनिवासन, जिसे कल तक भारतीय क्रिकेट के तानाशाह के रूप में देखा जाता था, आज उसका पतन हो गया. आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में जब से उनपर संदेह की सुई घूमी थी, उनकी बादशाहत खतरे में नजर आ रही थी. एन श्रीनिवासन का कद क्रिकेट जगत में इतना बढ़ गया था कि उनके खिलाफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 22, 2015 4:30 PM

एन श्रीनिवासन, जिसे कल तक भारतीय क्रिकेट के तानाशाह के रूप में देखा जाता था, आज उसका पतन हो गया. आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में जब से उनपर संदेह की सुई घूमी थी, उनकी बादशाहत खतरे में नजर आ रही थी. एन श्रीनिवासन का कद क्रिकेट जगत में इतना बढ़ गया था कि उनके खिलाफ बोलने की हिमाकत कोई करना ही नहीं चाहता था और ऐसा प्रतीत होता था कि बीसीसीआई का उन्होंने एक तरह से अपहरण कर लिया है. जब वे बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर थे और यहां तक कि जब उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष का पद छोड़ दिया था, तब भी बीसीसीआई उनके चंगुल से नहीं निकल पाया था.

आज हुई श्रीनिवासन की हार, क्रिकेट की जय
क्रिकेट को कारोबार बना देने वाले एन श्रीनिवासन के चंगुल से आज बीसीसीआई मुक्त हो गया, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने उनके बीसीसीआई अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया. कोर्ट ने कहा कि बीसीसीई अध्यक्ष पद पर रहतेहुए चेन्नई सुपरकिंग्स का मालिक होना, हितों के टकराव का मुद्दा है और इसमें श्रीनिवासन दोषी प्रतीत होते हैं. कोर्ट के इस निर्णय का सुखद पहलू यह है कि क्रिकेट अब भ्रष्टाचार से मुक्त होगा.
सजा से तो बचे, लेकिन पद नहीं मिल पायेगा
सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि एन श्रीनिवासन पर जो आरोप लगाये गये और जिस तरह का उनका व्यवहार है, वह संदेह तो पैदा करता है, लेकिन उन्हें साबित नहीं किया जा सकता. कहने का आशय यह है कि एन श्रीनिवासन किसी भी तरह की कानूनी सजा से तो बच निकले, लेकिन अब उनकी महत्वाकांक्षा पूरी नहीं होगी.
अब खेल को कारोबार बनाने से डरेंगे लोग
आज सुप्रीम कोर्ट ने जैसा निर्णय आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में दिया है, उसके बाद कोई भी व्यक्ति खेल को कारोबार बनाने की हिमाकत नहीं करेगा और खेल अब खेल की तरह खेला जायेगा, जिसका उद्देश्य देश को गौरवान्वित करना और लोगों का मनोरंजन करना होगा.

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