”टीम इंडिया” की नजर रोहित की ”फिटनेस” पर

पर्थ : इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार को यहां होने वाले करो या मरो के मुकाबले की तैयारी में जुटी भारतीय क्रिकेट टीम बल्लेबाज रोहित शर्मा की फिटनेस पर भी नजर रखे हुए हैं जो मांसपेशियों में सूजन से जूझ रहे हैं. दो हार और एक मैच बारिश में धुलने के बाद भारत को अब आस्ट्रेलिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2015 6:01 PM

पर्थ : इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार को यहां होने वाले करो या मरो के मुकाबले की तैयारी में जुटी भारतीय क्रिकेट टीम बल्लेबाज रोहित शर्मा की फिटनेस पर भी नजर रखे हुए हैं जो मांसपेशियों में सूजन से जूझ रहे हैं. दो हार और एक मैच बारिश में धुलने के बाद भारत को अब आस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में प्रवेश के लिये शुक्रवार को इंग्लैंड को हर हालत में हराना होगा. रोहित की चोट से टीम के बल्लेबाजी क्रम पर असर पडा है.

अजिंक्य रहाणे को तीसरे नंबर पर जमने के लिये समय नहीं मिल पा रहा है. शिखर धवन के साथ रहाणे पारी की शुरुआत कर रहे हैं जिससे अंबाती रायुडू तीसरे नंबर पर उतर रहे हैं. भारतीय खेमे के लिये अच्छी खबर यह है कि चोट के कारण विश्व कप में रोहित की भागीदारी खतरे में नहीं है और वह धीरे-धीरे पूरी फिटनेस के करीब पहुंच रहे हैं. उसने सिडनी में नेट पर अभ्यास किया और वह शुक्रवार को भी खेल सकता है. देखना यह है कि उसे उतारा जाता है या नहीं चूंकि धवन खराब फार्म से जूझ रहे हैं.

रोहित और रहाणे दोनों पारी की शुरुआत भी कर सकते हैं और निचले क्रम पर भी उतर सकते हैं. धवन अपने पूरे कैरियर में सलामी बल्लेबाज रहे हैं. उन्होंने इंग्लैंड में 2013 में चैम्पियंस ट्राफी में पांच मैचों में 363 रन बनाये और ‘मैन आफ द टूर्नामेंट’ रहे लेकिन उसके बाद से लय हासिल नहीं कर सके. इस त्रिकोणीय श्रृंखला से पहले दस पारियों में उसने 518 रन बनाये जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं.

इनमें भारत में छह पारियों में उन्होंने 387 रन बनाये जबकि विदेश में चार पारियों में 131 रन जोड़े. विदेश में उनका वनडे और टेस्ट रिकार्ड चिंता का सबब है. इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला के बीच से उन्हें बाहर करके तीसरे मैच में गौतम गंभीर को चुना गया. आस्ट्रेलिया में भी चौथे मैच में उनकी जगह के एल राहुल को तरजीह दी गयी.

धवन की समस्या के बारे में सनराइजर्स हैदराबाद के उनके कोच टाम मूडी ने कहा था, ‘उसे अपना आफ स्टम्प बचाकर खेलना होगा. उसे बल्लेबाजी शैली में बदलाव नहीं करना चाहिये. आक्रामक शैली से ही वह मैच विनर साबित हो सकता है और आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड में ऐसे खिलाडी की जरुरत है.’

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