कोलकाता : अपने घरेलू मैदान ईडन गार्डन की विशेष सराहना करते हुए पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि इस मैदान पर उन्होंने कई यादगार लम्हें सहेजे हैं जहां टेस्ट कप्तान के रुप में उनका रिकार्ड सभी मैच जीतने का है. आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2002 में यहां ऐतिहासिक जीत को याद करते हुए गांगुली ने कहा, ‘‘मैंने अपना क्रिकेट जीवन यहां 14 बरस की उम्र में शुरु किया और ओडिशा के खिलाफ यहां शतक बनाया. यह ऐसा मैदान है जिसने मुझे कभी निराश नहीं किया. मैंने यहां टेस्ट कप्तान के रुप में कोई मैच नही गंवाया। बेशक आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच बेहद विशेष रहा.’’
बायें हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने यहां चार मैचों में भारत की अगुआई की और टीम ने सभी मैच जीते। उन्होंने कहा कि संन्यास लेने से एक साल पहले 2007 में यहां पाकिस्तान के खिलाफ शतक जडकर उन्होंने अपना सबसे बडा लक्ष्य पूरा किया. अपने 150 साल का जश्न मना रहे ईडन के बारे में गांगुली ने कहा, ‘‘मेरे नर्वस होने का सबसे बडा कारण या डर यह था कि मेरा करियर शायद ईडन पर शतक के बिना ही खत्म हो जाए. भाग्य से मैं ऐसा करने में भी सफल रहा. अब भी मैं इन सभी लम्हों का लुत्फ उठाता हूं। मुङो अब भी यह बेहद विशेष लगता है.’’
इस पूर्व भारतीय कप्तान ने बंगाली किताब का भी विमोचन किया जिसका नाम ‘ईडन गार्डन्स, 150 नाट आउट’ है और इसे अनुभवी खेल पत्रकार देवाशीष दत्ता ने लिखा है.