बोले धौनी, हम जटिल स्थिति में फंस गए हैं
पर्थ : त्रिकोणीय श्रृंखला से बाहर होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आज कहा कि सही गेंदबाजी संयोजन को लेकर चल रही दुविधा ने विश्व कप से पहले उनकी टीम को जटिल स्थिति में फंसा दिया है. भारतीय टीम आज समाप्त हुए अपने आस्ट्रेलियाई दौरे पर एक भी मैच […]
पर्थ : त्रिकोणीय श्रृंखला से बाहर होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आज कहा कि सही गेंदबाजी संयोजन को लेकर चल रही दुविधा ने विश्व कप से पहले उनकी टीम को जटिल स्थिति में फंसा दिया है. भारतीय टीम आज समाप्त हुए अपने आस्ट्रेलियाई दौरे पर एक भी मैच नहीं जीत सकी और उसे आज त्रिकोणीय श्रृंखला के अपने अंतिम मैच में यहां वाका में इंग्लैंड के हाथों तीन विकेट से हार का सामना करना पडा.
धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘टीम के संतुलन को ध्यान में रखते हुए हमें अपनी गेंदबाजी पर गौर करना होगा. दो स्पिनर हमारे अनुकूल हैं क्योंकि (रविचंद्रन) अश्विन और (रविंद्र) जडेजा तथा अश्विन और अक्षर (पटेल) कुछ बल्लेबाजी कर सकते हैं लेकिन तीन तेज गेंदबाज और एक स्पिनर हमारी बल्लेबाजी को कमजोर करते हैं. यह जटिल स्थिति है.’ भारतीय कप्तान ने कहा, ‘अतिरिक्त तेज गेंदबाज को खिलाने से हमारी बल्लेबाजी कमजोर होती है और यहां तक कि ओवर गति भी धीमी होती है.
निचले क्रम के बल्लेबाजों को प्रदर्शन करने की जरुरत है.’ इंग्लैंड के खिलाफ आज करो या मरो के मुकाबले में भारतीय बल्लेबाजों ने निराश किया और अच्छी शुरुआत के बावजूद टीम 48.1 ओवर में 200 रन पर ढेर हो गई. उसने अपने अंतिम नौ विकेट सिर्फ 97 रन जोडकर गंवाए जबकि एक समय उसका स्कोर एक विकेट पर 103 रन था. बल्लेबाजों के इस तरह घुटने टेकने से धोनी बिलकुल भी प्रभावित नहीं हैं.
उन्होंने कहा, ‘जब हमने बल्लेबाजी शुरू की जो मुझे लगा कि नयी गेंद के खिलाफ हमने ठीक-ठाक प्रदर्शन किया और शुरुआत में कुछ अधिक रन अच्छे रहते. अच्छी गेंदबाजी और खराब शाट चयन से स्कोर कम रहा और अगर 40 से 50 रन और बनते तो मदद मिलती. मुझे नहीं लगता कि विकेट की भूमिका रही लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने इन हालात का अधिक फायदा उठाया.’
इंग्लैंड की टीम ने शीर्ष क्रम के ध्वस्त होने से 66 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे लेकिन जेम्स टेलर (82) और जोस बटलर (67) ने टीम को जीत दिला दी. इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा, ‘हमने अपने लिए मुश्किल पैदा की और दोनों टीमों को हालात से जूझना पडा.
खिलाडियों ने दिखाया कि एक बार जमने के बाद रन बनाया आसान है, विशेषक बटलर और टेलर ने.’ मैन आफ द मैच टेलर अपने प्रयास से खुश हैं और उन्होंने बटलर की भी तारीफ की. टेलर ने कहा, ‘मैं जीत दर्ज करके और फाइनल में जगह बनाकर खुश हूं. लेकिन श्रेय बटलर को भी जाता है. जब विकेट गिरे तो मैंने एकाग्रता से खेलने की कोशिश कर रहा था, कुछ परेशानी हुई और बटलर ने असाधारण पारी खेली.’