1992 में पाक को पीटना सबसे यादगार : कपिल

मेलबर्नः महान हरफनमौला कपिल देव ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान पर 1992 विश्व कप के आखिरी चरण में मिली जीत ऑस्ट्रेलिया में हुए विश्व कप की सबसे सुनहरी याद है. कपिल ने कहा, ह्यभारत अच्छा नहीं खेला था, लेकिन यदि आप मुझसे पूछे, तो मेरी सबसे अच्छी याद लीग मैच में पाकिस्तान पर मिली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2013 9:05 AM

मेलबर्नः महान हरफनमौला कपिल देव ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान पर 1992 विश्व कप के आखिरी चरण में मिली जीत ऑस्ट्रेलिया में हुए विश्व कप की सबसे सुनहरी याद है. कपिल ने कहा, ह्यभारत अच्छा नहीं खेला था, लेकिन यदि आप मुझसे पूछे, तो मेरी सबसे अच्छी याद लीग मैच में पाकिस्तान पर मिली जीत थी. पाकिस्तान ने बाद में खिताब जीता.ह्ण

भारत नौ देशों के टूर्नामेंट में सातवें स्थान पर रहा था. अब 13 साल बाद विश्व कप 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने जा रहा है. कपिल आइसीसी के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, जिसमें विश्व कप के कप्तानों ने पुरानी यादों को ताजा किया. कपिल ने कहा, ह्यइसके बाद रंगीन पोशाकें मेरी दूसरी याद है. शुरू में यह काफी अजीब लगता था, क्योंकि हम सफेद में खेलने के आदी थे. उस समय दौर बदल रहा था और टीवी के कारण लोग रंगीन देखना चाहते थे.ह्ण उन्होंने कहा, ह्यउस समय इसे पायजामा क्रिकेट कहा जाता था, लेकिन समय के साथ बदलना जरूरी है और मुझे लगता है कि प्रशासकों ने सही काम किया.

विश्व कप 1992 से रंगीन पोशाकें शुरू हुई. हर टीम का अपना रंग होने लगा.ह्ण टीम को खिताबी जीत दिलानेवाले पाकिस्तानी कप्तान इमरान खान ने कहा, ह्यशुरुआती नाकामियों के बावजूद हमें पता था कि हमें एक अच्छी जीत की जरूरत है और हम दौड़ में लौट आयेंगे. ऑस्ट्रेलिया पर मिली जीत से हमने वह लय हासिल की.ह्ण उन्होंने कहा, ह्यविश्व कप जीतने के बाद के उस पल को मैं अपने कैरियर का सबसे यादगार पल मानता हूं. मैंने पाकिस्तान में लोगों को इतना खुश कभी नहीं देखा.ह्ण फाइनल हारनेवाले इंग्लैंड के कप्तान ग्राहम गूच ने कहा कि पूरे टूर्नामेंट में उनकी टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा था.

उन्होंने कहा, ह्यवह मेरा आखिरी विश्व कप था. मुझे टूर्नामेंट में टीम के प्रदर्शन पर गर्व है. हमने फाइनल से पहले पूरे टूर्नामेंट में अच्छा क्रिकेट खेला, लेकिन फाइनल का दिन हमारा नहीं था.ह्ण मैन ऑफ द टूर्नामेंट मार्टिन क्रो का मानना है कि न्यूजीलैंड के पास विश्व कप जीतने का वह सुनहरा मौका था, लेकिन एक तकनीकी फैसला गलत हो गया.

उन्होंने कहा, ह्यमुझे लगता है कि वह विश्व कप जीतने का हमारा सबसे सुनहरा मौका था. हमने सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ धीमी पिच पर 262 रन बनाये, जो विजयी स्कोर हो सकता था, लेकिन उस मैच में मैं नहीं खेला, ताकि फाइनल में फिट रहूं. यदि मैं खेलता, तो हालात कुछ और होते. मेरी चोट ने हमसे जीत छीन ली.ह्ण

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