विश्व कप 2015 आरंभ होने में अब महज 10 दिन रह गये हैं. इस महाकुंभ में 14 टीमें आमने-सामने होगी. दो ग्रुप में बंटी 14 टीमें विश्व कप से पहले अभ्यास मैच में एक दूसरे से भिड़ चुके हैं. इस विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया,भारत,न्यूजीलैंड,दक्षिण अफ्रीका,इंग्लैंड,पाकिस्तान और श्रीलंका पर होगी. एक बार फिर से विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की दावेदारी मजबूत दिख रही है. लेकिन वक्त से पहले यह कहना उचित नहीं होगी. बहरहाल आइये एक नजर विश्व कप में चोटी के टीमों के प्रदर्शन पर डाला जाए.
भारत – भारत वर्तमान समय में विश्व विजयी टीम है. 2011 में हुए विश्व कप में महेंद्र सिंह धौनी के धुरंधरों ने इतिहास रच डाला और भारत को दूसरी बार विश्व विजेता बनाया. लेकिन 2011 के बाद भारत के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी बनी हुई है. गिने चुने खिलाडियों के इर्द-गिर्द ही टीम घूमती नजर आ रही है. पिछले दो महीने से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया है, लेकिन एक जीत भी टीम के झोली में नहीं आयी है. एक जीत के लिए टीम इंडिया तरस गयी है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट और पांच वनडे, फिर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ त्रिकोणीय श्रृंखला में भारत की करारी हार हुई. सभी विभागों में भारतीय खिलाड़ी असफल रहे.
टीम इंडिया के चोटी के खिलाड़ी विश्व कप से पहले तक चोट से जूझ रहे हैं. फिटनेस टेस्ट सात फरवरी को होना है. रोहित शर्मा, इशांत शर्मा,रवींद्र जडेजा जैसे खिलाडियों का विश्व कप में खेल पाने पर अब भी संशय बरकरार है. कई पूर्व क्रिकेटरों ने मौजूदा विश्व कप के लिए चुनी गयी टीम को नकार चुके हैं. उनका कहना है कि मौजूदा युवा टीम में अनुभव की कमी है.
बहरहाल भारत की बल्लेबाजी लाइनप को सबसे मजबूत मानी जाती है. विराट कोहली,महेंद्र सिंह धौनी,रोहित शर्मा और रैना का अगर बल्ला चल निकलता है तो बड़े से बड़े टीम ध्वस्त हो जाएंगे.
दूसरी ओर टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी गेंदबाजी है. टीम इंडिया के बाहर चल रहे ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि भुवनेश्वर कुमार को छोड़ दिया जाए तो भारतीय गेंदबाजों में निरंतरता की कमी है.
ऑस्ट्रेलिया – विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी मजबूत दावेदारी साबित की है. मौजूदा श्रृंखला में कंगारुओं ने भारत और इंग्लैंड जैसी चोटी की टीम का वाइट वाश कर दिया. भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज और वनडे सीरीज में कोई भी मैच नहीं जीतने दिया. इस साल ऑस्ट्रेलिया ने अभी तक कोई भी मैच नहीं हारा है. टीम के नियमित कप्तान के चोटिल होने के बाद भी टीम के युवा खिलाड़ी स्टीवन स्मिथ, गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने शानदार प्रदर्शन किया है. वनडे में ऑस्ट्रेलिया भी चोटी की टीम है. मौजूदा श्रृंखला में भारत को हराकर उसने आईसीसी रैंकिंग पर कब्जा किया है.
न्यूजीलैंड – विश्व कप 2015 का आयोजन इस बार ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड संयुक्त रूप से कर रहे हैं. न्यूजीलैंड की टीम अपनी धरती में काफी आक्रामक साबित होती रही है. विश्व कप के आधे से अधिक मुकाबले न्यूजीलैंड में होने हैं, वैसे में न्यूजीलैंड को हराना किसी भी देश के लिए आसान नहीं होगा. इस लिहाज से विश्व कप में न्यूजीलैंड की दावेदारी मजबूत लगती है.
न्यूजीलैंड ने विश्व कप से पहले अभ्यास मैचों में पाकिस्तान और श्रीलंका की टीम को कुचल कर रख दिया. पाकिस्तान के खिलाफ 2-0 से और श्रीलंका के खिलाफ 4-2 से श्रृंखला पर कब्जा जमाया है. न्यूजीलैंड ने दोनों टीमों को हराकर विश्व कप में अपनी दावेदारी मजबूत की है.
दक्षिण अफ्रीका – विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका की दावेदारी को नकारा नहीं जा सकता है. अफ्रीकी टीम का इतिहास रहा है कि विश्व कप से पहले टीम अपने पीक पर रहती है. लेकिन जैसे-जैसे विश्व कप सामने आने लगता है टीम के प्रदर्शन में गिरावट आने लगती है. टीम में कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी हैं जो अकेले अपने दम पर मैच का रुख बदलने का आमादा रखते हैं. दक्षिण अफ्रीकी टीम में हाशिम आमला, एबी डिविलियर्स, जेपी डूमिनी और डेविड मिलर जैसे बेहतरीन बल्लेबाज़ हैं.
पाकिस्तान – विश्व कप से पहले पाक टीम का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है. न्यूजीलैंड के खिलाफ 2-0 से श्रृंखला हारने के बाद पाकिस्तानी टीम बैकफुट पर आ गयी है. लेकिन पूर्व पाक क्रिकेटरों के अनुसार पाकिस्तान विश्व कप का मजबूत दावेदार है. 15 फरवारी को पाकिस्तान अपने चिर प्रतिद्वंद्वी टीम भारत के खिलाफ उतरने वाली है. इस मैच को विश्व कप का पहला फाइनल मैच माना जा रहा है. इतिहास की बात करें तो विश्व कप में अब तक पाकिस्तान ने भारत को नहीं हरा पाया है. इस विश्व कप में भी पाकिस्तान के आगे भारत चट्टान की तरह खड़ा है.