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प्रबंधन की कमजोरी के कारण अबतक नहीं हुआ टीम इंडिया की मुख्य टीम का चुनाव : बेदी

नयी दिल्ली : विश्व कप क्रिकेट 2015 को शुरू होने में अब कुछ ही दिन शेष हैं, ऐसे समय में भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने चौंकाने वाला बयान दिया है. बिशन सिंह बेदी का मानना है कि भारत ने अब भी अपनी मुख्य टीम की पहचान नहीं की और चोटों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2015 2:00 PM

नयी दिल्ली : विश्व कप क्रिकेट 2015 को शुरू होने में अब कुछ ही दिन शेष हैं, ऐसे समय में भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने चौंकाने वाला बयान दिया है. बिशन सिंह बेदी का मानना है कि भारत ने अब भी अपनी मुख्य टीम की पहचान नहीं की और चोटों से निबटने की कवायद देर से शुरू की है.चोटिल रोहित शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, रवींद्र जडेजा और इशांत शर्मा का सात फरवरी को परीक्षण होगा. इसके एक दिन बाद ही मौजूदा चैंपियन टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैच खेलना है. बेदी ने कहा कि टीम प्रबंधन ने इन चीजों पर बहुत देर से गौर किया.

बेदी ने कहा, भारतीय टीम पिछले ढाई महीने से ऑस्ट्रेलिया में है लेकिन वह अब भी अपनी मुख्य टीम का तय नहीं कर पायी है. पांच या छह खिलाड़ी टीम का आधार होते हैं और उनका प्रत्येक मैच में खेलना तय होता है. संयोजन में बदलाव या किसी खिलाड़ी को विश्राम देने के लिए एक याद बदलाव हो सकते हैं लेकिन कुल मिलाकर छह या सात खिलाड़ियों को लगातार खेलना चाहिए और ऐसा अभी तक नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि खिलाड़ियों का फिटनेस परीक्षण इतनी देर में क्यों किया जा रहा है.

आप अभ्यास मैच से एक दिन पहले खिलाड़ियों का फिटनेस परीक्षण कर रहे हो. आपने बहुत देर कर दी. ऐसा काफी पहले हो जाना चाहिए था. इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि उनकी जायज शिकायत कुछ खिलाड़ियों का देर से फिटनेस परीक्षण कराने को लेकर है.

बेदी ने कहा, यहां तक कि यदि मेडिकल आधार पर बदलाव किया जाता है तो उसके लिए बहुत देर हो चुकी है. खिलाडिड़यों को वापस बुलाने और उनके स्थान पर नये खिलाडियों को भेजने के लिए भी समय नहीं बचा है. बेदी ने स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलिया में पहले टेस्ट और बाद में त्रिकोणीय श्रृंखला में लचर प्रदर्शन करने के कारण टीम के लिये वापसी करना मुश्किल होगा. उनका मानना है कि टीम को अब स्वाभिमान बढाना होगा जो कि उनके अनुसार अभी खिलाड़ियों में बहुत कम दिख रहा है.

उन्होंने कहा, उन्हें खुद अपना स्वाभिमान बढ़ाना होगा. वे ऐसा कैसे करेंगे यह पूरी तरह उन पर निर्भर होगा. स्वाभिमान पूरी तरह से व्यक्तिगत प्रयास होता है. स्वाभिमान मतलब आप खुद को अपनी नजरों में कैसा पाते हैं. लोगों, मीडिया, कोच या कप्तान की नजरों में नहीं. बेदी ने कहा, ह्यह्ययह तभी होगा जबकि आप कुछ अच्छा करेंगे और ऐसा अभी तक नहीं हुआ है. स्वाभिमान काफी कम है और मैं इसको लेकर चिंतित हूं. आत्मसम्मान बढाने के लिये बडी मनोवैज्ञानिक बाधा पार करनी होती है. ह्णह्ण भारतीय स्पिन चौकडी के सदस्य रहे बेदी ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ अपने बहुचर्चित मैच पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए और इसके बजाय मौजूदा चैंपियन को बडे स्तर पर सोचना चाहिए.

उन्होंने कहा, पाकिस्तान को भी हाल में काफी कम सफलता मिली है. उन्होंने कौन से कद्दू में तीर मारा है. लेकिन हमें पाकिस्तान को इस तरह से नहीं देखना चाहिए. हमें बड़ी सोच रखनी होगी और यह स्वयं विश्व कप है.बेदी ने कहा, यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत अपने खिताब का बचाव करेगा और इसलिए प्रत्येक टीम यहां तक कि अफगानिस्तान भी भारत को हराना चाहता है. इसलिए सारी जिम्मेदारी भारत पर है. वे यह नहीं कह सकते कि उनके पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है. भारत की तरफ से 22 टेस्ट मैचों में कप्तानी करने वाले बेदी ने इसके साथ ही कहा कि विश्व कप खुला हुआ है तथा विजेता के बारे में भविष्यवाणी करना मुश्किल है.

उन्होंने कहा, अंतिम चार या विजेता की भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है क्योंकि यह काफी खुला विश्व कप है. यह विश्व कप का सबसे रोमांचक हिस्सा है कि यह खुला है. कम से पांच या छह टीमें दौड में हैं. बेदी ने कहा, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, भारत, इंग्लैंड सभी खिताब की दौड में है. यहां तक कि श्रीलंका और पाकिस्तान को भी नहीं नकारा जा सकता है. यहां तक कि दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी टीमें जिन्होंने अब तक खिताब नहीं जीता है वे निश्चित रूप से इसे हासिल करने के लिए अधिक भूखी होंगी.

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