सेंट्रल डेस्क
1992 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की शुरुआत बेहद खराब रही थी. इसके बाद इमरान खान की अगुआई वाली टीम ने धीरे-धीरे प्रदर्शन में सुधार किया और फाइनल में इंगलैंड को हराकर वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था.
इस बार भी विशेषज्ञ पाकिस्तान को खिताब का दावेदार नहीं मान रहे हैं. हाल-फिलहाल वनडे क्रिकेट में पाकिस्तान ने कोई कमाल नहीं दिखाया है. आइसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर एक गेंदबाज सईद अजमल संदिग्ध एक्शन के कारण इस वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं लेंगे. अनुभवी तेज गेंदबाज जुनैद खान चोटिल होने के कारण बाहर हो गये हैं. इस सब के बावजूद पाकिस्तान के प्रशंसक को उम्मीद है कि मिस्बाह उल हक की कप्तानी में पाकिस्तान की टीम 1992 का कारनामा दोहराएगी. 1992 में भी वर्ल्ड कप का आयोजन इस बार की तरह ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में ही हुआ था.
ये हैं पाकिस्तान के धुरंधर
मिस्बाह उल हक (कप्तान), अहमद शहजाद, एहसान आदिल, हैरिस सोहेल, मोहम्मद हफीज, मोहम्मद इरफान, सरफराज अहमद, शाहिद अफरीदी, शोएब मकसूद, सोहेल खान, उमर अकमल, वहाब रियाज, यासिर शाह और यूनिस खान.
स्ट्रेंथ
तेज गेंदबाजी : मोहम्मद इरफान और वहाब रियाज की अगुआई में मजबूत पेस अटैक
अनुभव : मिस्बाह, यूनिस, अफरीदी और हफीज से बेहद अनुभवी टीम.
वीकनेस
बल्लेबाजी: पाकिस्तान के पास भले ही अनुभव का भंडार हो लेकिन वनडे के लिहाज से कमजोर बल्लेबाजी.
फील्डिंग : फील्डिंग अब भी पाकिस्तान का कमजोर पक्ष है.