मुंबई : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली का मानना है कि यदि भारत को आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में अपना खिताब बचाये रखना है तो इसके लिये उसे अपने तेज गेंदबाजों की फिटनेस सुनिश्चित करनी होगी. ऑस्ट्रेलिया की 2003 की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे ली ने विशेषकर इशांत शर्मा और उमेश यादव का जिक्र किया जिन्हें भारतीय आक्रमण में अहम भूमिका निभानी चाहिए.
ली एक प्रचार कार्यक्रम के दौरान सिडनी से टेलीकान्फ्रेन्स के जरिये मुंबई में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि भारत को यह सुनिश्चित करने की जरुरत है कि उसके तेज गेंदबाज पूरी तरह से फिट रहें. मेरे हिसाब से इशांत शर्मा बहुत अहम भूमिका निभा सकता है. इसके अलावा यादव है जिसे पर्थ में खेले गये हाल के मैच में विश्राम दिया गया था. वह चोटिल था या उसे विश्व कप से पहले विश्राम दिया गया था यह पता नहीं है. तेजी गेंदबाजी आक्रमण मजबूत रखना भारत की जरुरत है.
उन्होंने कहा, उन्हें ऐसे तेज गेंदबाजों की जरुरत है जो अच्छे बाउंसर कर सकते हों और अच्छी धीमी गेंद भी कर सकते हों. इसके अलावा डेथ ओवरों के दौरान भी वे अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश कर सकें. मेरे कहने का मतलब है कि ऐसा गेंदबाज जो डेथ ओवरों में 145 किमी की रफ्तार से यार्कर करे जिससे टीम सफल रह सकती है. ली ने कहा, यह इसलिए क्योंकि वे भारत जैसे विकेटों पर नहीं खेल रहे हैं जो धूल भरे होते हैं और गेंद टर्न और स्विंग लेती है. यहां उन्हें तेज विकेटों पर खेलना है और इसके लिये उन्हें अच्छे और युवा तेज गेंदबाज चाहिए.
ली ने यह भविष्यवाणी करने से इन्कार कर दिया कि 29 मार्च को होने वाला फाइनल किन टीमों के बीच खेला जाएगा. उन्होंने कहा कि जो टीम परिपूर्ण होगी वही 14 फरवरी से शुरु होने वाले टूर्नामेंट की विजेता बनेगी. उन्होंने कहा, जो भी टीम सबसे अधिक परिपूर्ण होगी वही 29 मार्च को खिताब जीतेगी. यह मायने नहीं रखता कि कोई देश क्रिकेट में अव्वल है या उसकी टीम का प्रत्येक खिलाड़ी सुपरस्टार है. यह मायने रखता है कि जो टीम विश्व कप में सात सप्ताह तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी वहीं चैंपियन बनेगी.
ली ने कहा, इसलिए यदि आपका लक्ष्य सही नहीं है या आपका दिन खराब है या आपके खिलाडी खराब फार्म में या चोटिल हैं तो फिर कोई भी टीम आपसे विश्व कप छीन सकती है. मेरा मानना है कि भारत, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड की तरह ऑस्ट्रेलिया के पास भी विश्व कप जीतने का बहुत अच्छा मौका है. ली से पूछा गया कि किस टीम का गेंदबाजी आक्रमण सबसे अधिक संतुलित है तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका का नाम लिया.
उन्होंने कहा, संतुलन की बात करें तो यदि वे किसी खास दिन सभी चलते हैं तो ऑस्ट्रेलिया के पास बहुत संतुलित और मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है. उनके पास मिशेल जानसन, मिशेल स्टार्क, पैट कमिन्स और जोश हेजेलवुड है और कई अच्छे गेंदबाज बाहर हैं. ली ने कहा, इंग्लैंड के पास भी फिन और ब्राड जैसे विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं. दक्षिण अफ्रीकी टीम में भी डेल स्टेन और मोर्कल हैं तथा अन्य गेंदबाज हैं जो अच्छी भूमिका निभा सकते हैं.