विश्व कप में सीनियर की भूमिका निभाने को तैयार हैं रैना
एडीलेड : विश्व कप 2011 विजयी टीम के सदस्य रहे मध्यक्रम के बल्लेबाज सुरेश रैना अभी भी खुद को सीनियर कहने से हिचकिचाते हैं लेकिन उन्होंने कहा कि वह युवा खिलाडियों के मार्गदर्शन को तैयार हैं. रैना ने कहा कि विश्व कप 2011 से अब तक उनकी भूमिका में कोई बदलाव नहीं आया है. उन्होंने […]
एडीलेड : विश्व कप 2011 विजयी टीम के सदस्य रहे मध्यक्रम के बल्लेबाज सुरेश रैना अभी भी खुद को सीनियर कहने से हिचकिचाते हैं लेकिन उन्होंने कहा कि वह युवा खिलाडियों के मार्गदर्शन को तैयार हैं. रैना ने कहा कि विश्व कप 2011 से अब तक उनकी भूमिका में कोई बदलाव नहीं आया है. उन्होंने स्वीकार किया कि उन पर युवाओं के मार्गदर्शन की जिम्मेदारी होगी.
उन्होंने यहां आईसीसी द्वारा आयोजित ओपन मीडिया सत्र में कहा ,‘‘ टूर्नामेंट और उम्र के बावजूद जिम्मेदारियां समान है. 2011 अलग था क्योंकि उस समय टीम में कई सीनियर थे. इस विश्व कप में खुद को मैं सीनियर नहीं कहूंगा लेकिन युवा खिलाडियों से अच्छा तालमेल है.
उस समय मैं चीजें सुनता था और अब युवाओं का मार्गदर्शन कर सकता हूं जो एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है.’’ विश्व कप 2011 की टीम के सिर्फ चार सदस्य मौजूदा टीम में है और रैना ने कहा कि नये नियमों के तहत टीम अपनी ताकतों का सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल करेगी. उन्होंने कहा ,‘‘ 2011 विश्व कप में हम कई बैठकें करते थे और सचिन तेंदुलकर अधिकांश की अगुवाई करते थे. मैने उस समय कोच गैरी कस्र्टन और युवराज सिंह के साथ काफी समय बिताया. युवी मेरे साथ मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर रहे थे.’’